दो गधों का भार (बादशाह अकबर और बीरबल)
बादशाह अकबर अपने पुत्र सलीम तथा बीरबल के साथ नगर भ्रमण कर रहे थे| चलते-चलते अकबर ने अपनी भारी अचकन उतार कर बीरबल को पकड़ा दी| थोड़ी देर बाद सलीम ने भी वैसा ही किया|
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दोनों अचकनें काफी भारी थीं और उन्हें उठाकर चलने में बीरबल को दिक्कत महसूस हो रही थी| यह देखकर अचानक अकबर को परिहास सूझा और उन्होंने बीरबल से कहा – “तुम्हारे ऊपर अब एक गधे का भार हो गया है|”
“हुजूर, एक नहीं दो गधों का भार उठाकर चल रहा हूं|”
उत्तर सुनकर अकबर केवल मुस्करा भर दिए|