अनजान से भय – शिक्षाप्रद कथा
एक गांव था, जहां के निवासियों ने कभी ऊंट नहीं देखा था| एक बार किस्मत का मारा एक एक ऊंट रास्ता भटक गया और गांव के बीच खेतों में जाकर चरने लगा| गांव वालों ने कभी ऐसा अजीबोगरीब प्राणी नहीं देखा था, इसलिए वे सब भयभीत होकर इधर-उधर भागने लगे| मगर ऊंट शरीर से तो ऊबड़-खाबड़ अवश्य था, परंतु किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहा था| जब गांव वालों ने देखा कि ऊंट चरते-चरते वहीं बैठे एक छोटे बालक के बिल्कुल करीब पहुंच गया और बच्चे को कोई हानि नहीं पहुंचाई तो उनकी हिम्मत बढ़ी| वे उसके थोड़ा और करीब गए|
गांव वालों ने यह स्पष्ट महसूस किया कि ऊंट एक शांत तथा सहनशील पशु था| वे ऊंट के करीब आने लगे| एक दिन उन्होंने ऊंट को पकड़ लिया और उसकी नाक में नकेल डाल दी| यह देखकर उन्हें प्रसन्नता हुई कि ऊंट ने इतना कुछ हो जाने पर भी हिंसक रूप धारण नहीं किया| अब तो गांव वालों ने इस पर बोझ लादना भी आरम्भ कर दिया| धीरे-धीरे ऊंट बोझ धोने वाला पशु समझा जाने लगा|
शिक्षा: किसी अनजान प्राणी के करीब एकदम से नहीं पहुंचना चाहिए| पहले उसे समझो, फिर व्यवहार करो|