Homeभजन संग्रहश्री साईं बाबा जी के भजननैया पड़ी मंझधार सांई बिन कैसे लागे पार

नैया पड़ी मंझधार सांई बिन कैसे लागे पार

भजन - श्री साईं बाबा जी - नैया पड़ी मंझधार सांई बिन कैसे लागे पार

नैया पड़ी मंझधार सांई बिन कैसे लागे पार…

साहिब तुम मत भूलियो लाख लो भूलग जाये,
हम से तुमरे और हैं तुम सा हमरा नाहिं..
अंतरयामी एक तुम आतम के आधार,
जो तुम छोड़ो हाथ सांईजी कौन उतारे पार..
सांई बिन कैसे लागे पार…

मैन अपराधी जन्म को मन में भरा विकार,
तुम दाता दुख भंजन मेरी करो सम्हार..
अवगुन दास कबीर के बहुत गरीब निवाज़,
जो मैं पूत कपूत हूं कहौं पिता की लाज..
सांई बिन कैसे लागे पार…

 

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