सेब के 20 स्वास्थ्य लाभ – 20 Health Benefits of Apple
इस विश्व-विख्यात फल की पैदावार विशेषकर पहाड़ी प्रदेशों में होती है| मुख्यत: यह हरा, पीला, लाल और सफेद रंग का होता है| इसका स्वाद मीठा होता है और इसकी तासीर ठंडी होती है|
सेब के 20 औषधीय गुण इस प्रकार हैं:
1. स्मरण शक्तिवर्धक
जिन लोगों के मस्तिष्क और स्नायु दुर्बल हो गये हों, जिस कारण उनकी याददाश्त कमजोर हो गई हो, कुछ भी याद न रहता हो, उनके लिए सेब अत्यंत लाभदायक है; क्योंकि सेब से स्मरण-शक्ति बढ़ जाती है| इसके लिए एक या दो सेब बिना छिले चबा-चबाकर भोजन से पन्द्रह मिनट पहले खाएं|
2. हृदय शक्तिवर्धक
सेब का मुरब्बा दो-तीन सप्ताह खाने से ही हृदय की दुर्बलता दूर हो जाती है|
3. खांसी
पके हुए सेब का रस एक गिलास निकालकर और मिश्री मिलाकर प्रात: पीते रहने से पुरानी खांसी ठीक हो जाती है|
कश्मीरी सेब नित्य खाते रहने से सूखी तथा काली खांसी में लाभ होता है|
4. जुकाम
मस्तिष्क की कमजोरी के कारण भी अक्सर सर्दी और जुकाम बना रहता है| ऐसे रोगियों को किसी भी तरह से जुकाम की औषधियों से आराम नहीं होता है| इन लोगों को जुकाम से मुक्ति पाने के लिए भोजन से पूर्व छिलके सहित सेब खाना चाहिए|
5. सिर-दर्द
सेब पर नमक लगाकर तीन-चार सप्ताह तक नित्य खाने से सिर-दर्द में लाभ होता है| एक सेब नमक लगाकर प्रात: भूखे पेट चबा-चबाकर खाएं| इसके बाद थोड़ा गर्म पानी पिएं| सिर-दर्द शेष नहीं रहेगा|
6. प्यास
सेब का रस पानी में मिलाकर पीने से प्यास कम लगती है, किन्तु गैस के रोगियों के लिए यह लाभदायक नहीं है|
7. उच्च रक्तचाप
दो मीठे सेब नित्य खाने से रक्तचाप अपनी सामान्य गति पर आ जाता है|
8. अनिद्रा
सेब का मुरब्बा खाने से निद्रा अच्छी आती है| सेब खाकर सोने का प्रयास करेंगे, तो नींद आ जाएगी|
9. पेट से संबंधित रोग
जिन छोटे बच्चों को दूध नहीं पचता, दूध पीते ही कै और दस्त आते हों, तो फिलहाल उनका दूध बंद करके, थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद सेब का रस पिलाने से कै और दस्तों में आराम हो जाता है|
पुराने दस्तों में भी सेब का रस अत्यंत लाभप्रद है|
मरोड़ लगकर होने वाले बड़े रोगों के दस्तों में भी सेब का रस पीना या सेब खाना लाभदायक है|
सेब का रस खूनी दस्तों का आना रोक देता है|
दस्तों में सेब बिना छिलके का प्रयोग करने से लाभ शीघ्र होता है|
सेब के छिलके उतारकर उसके छोटे-छोटे टुकड़े करके दूध में उबालें| इस दूध का आधा कप प्रति घंटे के अंतराल से पिलाने से गर्मी के कारण होने वाले दस्त भी रुक जाते हैं| सेब का रस पाचक-अंगों पर एक पतली तह चढ़ा देता है, जिससे वो संक्रमण और बदबू से बचे रहते हैं| अनावश्यक वायु उत्पन्न होना थम जाता है| मलाशय और निचली आंतों में दुर्गन्ध, संक्रमण नहीं होता| सेब का रस लेने के बाद गर्म पानी अवश्य पीना चाहिए| नित्य सेब का रस लेने से आंतों के शोथ और घाव पर जाते हैं|
भूखे पेट सेब खाने से कब्ज दूर होता है| खाना खाने के बाद सेब खाने से कब्ज होता है, इसे ध्यान रखें, सेब का छिलका दस्तावर होता है| कब्ज वाले लोगों को सेब छिलके सहित खाना चाहिए और जिन्हें दस्त लगे हों, वो छिलका रहित सेब का सेवन करें|
रात को सोते समय दो सेब नित्य एक सप्ताह तक खाने से पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं तथा मल के साथ बाहर निकल जाते हैं| सेब खाने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए|
बच्चों को पेट के रोगों में सेब खिलाना चाहिए|
10. भूख
खट्टे सेब का रस एक गिलास, उसमें स्वादानुसार मिश्री मिलाकर कुछ दिन तक नित्य पीने से सोई हुई भूख भी जागृत हो जाती है| खट्टे सेब के रस में आटा गूंथकर रोटी बनाकर खाने से भूख अच्छी लगती है|
11. ज्वर
टाइफाइड बुखार में सेब का रस पीना अत्यंत लाभप्रद है| मलेरिया बुखार में भी सेब खाना उत्तम है| यदि बुखार (ज्वर) आने से पहले ही एक या दो सेब खा लिए जाएं, तो फिर ज्वर नहीं आता है|
12. बहुमूत्र
जिन लोगों को रात में बार-बार पेशाब के लिए उठाना पड़ता हो, उनके लिए सेब खाना लाभदायक है|
13. यकृत-रोग
सेब यकृत-रोगों में लाभदायक है| इससे यकृत को शक्ति मिलती है|
14. चेहरा
यदि आपके चेहरे की त्वचा तैलीय है, तो आपको चाहिए कि एक सेब को अच्छी तरह पीस लें और उसकी लुगदी बनाकर, लुगदी की पतली-सी तह चेहरे पर चढ़ा लें और दस मिनट चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें| चेहरे से निकलने वाले तेल में कमी हो जाएगी|
15. मस्से
खट्टे सेब का रस मस्सों पर लगाने से मस्सों के छोटे-छोटे टुकड़े हो जाते हैं और फिर वो जड़-से गिर जाते हैं|
16. मदिरा
जिन्हें मदिर पीने की बुरी लत लगी हो, तो सेब का रस बार-बार पीने से (अच्छी तरह पके हुए सेब का रस) मदिरा की आदत छूट जाती है| अब भी मदिरा पीने की इच्छा बलवती हो, सेब का रस पी लें| इससे नशे की लत कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाती है| भोजन के बाद रस पीना तो बहुत ही लाभप्रद है|
17. पथरी
प्राय: गुर्दे और मूत्राशय में पथरियां बनती हैं| ऑपरेशन कराकर निकलवा देने के बाद भी पथरी का बनना बंद नहीं होता| सेब का रस पीते रहने से पथरी का विकास रुक जाता है तथा बनी हुई पथरी भी घिस-घिसकर मूत्र के साथ बाहर आ जाती हैं|
सेब का रस गुर्दे को शुद्ध करता है और गुर्दों का दर्द दूर करता है|
18. शक्तिवर्धक
दो सेब के छोटे-छोटे टुकड़े काटें और उस पर आधा किलो उबलता हुआ पानी डालकर, ढांककर रखें| जब पानी ठंडा हो जाए, तो उसे छानकर पी लें| यदि मिठास की आवश्यकता हो, तो उसमें मिश्री मिलाएं| यह सेब का पौष्टिक और स्वादिष्ट शर्बत है| यह शीघ्र ही रक्त में मिलकर हृदय, यकृत, मस्तिष्क और शरीर के हरेक कोष में शक्ति और स्फूर्ति पहुंचाता है|
सेब का रस हृदय को शक्ति प्रदान करता है| नेत्र दृष्टि तीव्र करता है|
शरीर और रक्त के विषैले दोषों को निकालकर विभिन्न रोगों को दूर करता है, तथा दुबले और पतले लोगों को हृष्ट-पुष्ट बनाता है| जो लोग शक्तिशाली और जवान बने रहना चाहते हैं, उन्हें सेब का रस अधिकाधिक नित्य सेवन करना चाहिए|
सेब गर्मी और खुश्की दूर करता है|
सेब का मुरब्बा हृदय, रक्त और मस्तिष्क की कमजोर को दूर करता है|
19. नित्य प्रात
भूखे पेट सेब खाकर ऊपर से दूध पीया जाए, तो दो माह में ही त्वचा का रंग निखर जाएगा| चेहरे पर लाली झलकेगी| यौन-संबंधी सभी दुर्बलताएं दूर होकर जीवन में स्फूर्ति दौड़ने लगेगी|
मानसिक तनाव, चर्मरोग, गठिया, संधिवात, श्वास-प्रणाली के रोगों में दो सेब नित्य खाने से लाभ होता है|
सेब भोजन से पहले भूखे पेट खाने पर अधिक लाभ करता है|
20. दांत-मसूढ़े
भोजन के पश्चात नित्य सेब खाएं| इससे दांत और मसूड़े ठीक हो जाएंगे|
NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।
Consult Dr. Veerendra Aryavrat +91-9254092245
(Recommended by SpiritualWorld)
Health, Wellness & Personal Care Store – Buy Online
Click the button below to view and buy over 50000 exciting ‘Wellness & Personal Care’ products
50000+ Products