चोरियों की सूची
एक बार गुरु गोबिन्द सिंह जी चोरों के एक गाँव में गये और वहाँ के लोगों से कहा कि आप यह काम छोड़ दो|
एक बार गुरु गोबिन्द सिंह जी चोरों के एक गाँव में गये और वहाँ के लोगों से कहा कि आप यह काम छोड़ दो|
सुलतान महमूद प्रजा की हिफ़ाज़त के लिए रात को भेष बदलकर घूमता था| एक बार उसको पाँच चोर मिले|
गुरु नानक साहिब के समय एमनाबाद में मालिक भागो नामक एक धनी व्यक्ति था| वह पठान हाकिम का दीवान होने के कारण एक प्रतिष्ठित व्यक्ति माना जाता था|
भारत में पहले यह रिवाज़ था कि जब किसी राजकुमारी की उम्र शादी लायक़ होती तो एक स्वयंवर रचा जाता जिसमें राजकुमारी ख़ुद अपने पति को चुनती थी|
एक आदमी अन्धा भी था और साथ ही गंजा जी था| थोड़ी सी ग़लती के कारण राजा ने उस बेचारे को एक ऐसी जेल में बन्द कर दिया जो ख़ास तौर पर भूलभुलैया जैसी बनायी गयी थी|
बुल्लेशाह मुसलमान सैयद फ़क़ीर हुए हैं जो पंजाब में रहते थे और अपना बहुत-सा समय ख़ुदा की इबादत में गुज़ारते थे|
एक साहूकार का नियम था कि वह अपनी आसामियों से सूद-दर-सूद लिया करता था| एक दिन वह एक गाँव में किसी ग़रीब किसान के घर अपने पैसों की वसूली करने गया|
एक फ़क़ीर का नियम था कि वह जिस गाँव में जाता था, रोटी ऐसे व्यक्ति के घर खाता था जिसकी कमाई हक़ की होती थी|
एक बार हज़रत मुहम्मद साहिब अपने दोस्तों और इमामों को मस्जिद में ले गये और पूछा, “आपके पास क्या-क्या है?”
एक महात्मा बाज़ार में से गुज़र रहा था| रास्ते में एक कुँजड़े ने खजूरें बेचने को रखी हुई थीं| मन ने कहा कि ये खजूरें लेनी चाहिएँ|