मनुष्य की आत्मा ज्ञान स्वरूप एवं न्याय स्वरूप है
लखनऊ, 19 मई। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर ऑडिटोरियम में आयोजित ‘विश्व-एकता सत्संग’ में बोलते हुए प्रख्यात शिक्षाविद्, सी.एम.एस. की संस्थापिका-निदेशिका एवं बहाई अनुयायी डा. भारती गाँधी ने कहा कि मनुष्य की आत्मा ज्ञान स्वरूप एवं न्याय स्वरूप है।