(1) अदूरदर्शितापूर्ण निर्णय :-
ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस के स्कूलों में यौन शिक्षा दिये जाने के दुष्परिणामों से ये देश जूझ रहे हैं। विश्व भर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं और ब्रिटेन में तो यह आंकड़ा बेहद चौकाने वाला है। ब्रिटेन की संसदीय समिति ने एक रिपोर्ट पेश की है जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि यहां स्कूल और कालेज जाने वाली आधी से अधिक लड़कियां यौन उत्पीड़न का शिकार हुई हैं। रिपोर्ट में स्कूलों में यौन शिक्षा दिए जाने की जरूरत पर जोर दिया गया है। ब्रिटेन के माध्यमिक स्कूलों में वर्तमान पाठ्यक्रम में यौन शिक्षा अनिवार्य है। हमारा मानना है कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर को मनुष्य की ओर से अर्पित की जाने वाली समस्त सम्भव सेवाओं में से सर्वाधिक महान सेवा है – (अ) बच्चों की उद्देश्यपूर्ण शिक्षा, (ब) उनके चरित्र का निर्माण तथा (स) उनके हृदय में परमात्मा की शिक्षाओं को जानकर उन पर चलने का बचपन से अभ्यास कराना न कि स्कूलों में यौन शिक्षा देकर बच्चों को तन तथा मन का रोगी बनाना।