जाने, क्या है मोती पहनने के फायदे
मोती मुख्यतः रत्न नहीं बल्कि एक जैविक संरचना है। बावजूद इसके, इसको नवरत्नों की श्रेणी में रखा जाता है। यह मुख्य रूप से चन्द्रमा का रत्न है।
मोती मुख्यतः रत्न नहीं बल्कि एक जैविक संरचना है। बावजूद इसके, इसको नवरत्नों की श्रेणी में रखा जाता है। यह मुख्य रूप से चन्द्रमा का रत्न है।
फूल हमारी श्रद्धा और भावना का प्रतीक हैं। इसके साथ ही ये हमारी मानसिक स्थितियों को भी बताते हैं। फूलों के अलग-अलग रंग और सुगंध अलग तरह के प्रभाव पैदा करते हैं। पूजा में सही रंग के फूल ही तरीके से अर्पित किए जाएं तो समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
– ॐ शब्द का उच्चारण करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त या साध्य काल का चुनाव करें।
2019 में आप बहुत से कार्यों की शुरुआत करने जा रहे होंगे। नया कार्य कब और कैसे शुरू होना चाहिए, इसके लिए कुछ बातों को ध्यान में रखेंगे तो आपके कार्य में किसी तरह की अड़चन नहीं आएगी। चलिए जानते हैं नए कार्य से जुड़ीं महत्वपूर्ण बातें।
हम सभी के पास थोड़ा बहुत धन तो होता ही है। सभी लोग अपने धन को संभाल कर रखते हैं और साथ ही ये भी कामना करते हैं कि उनका धन दिनों दिन बढ़ता रहे।
अक्सर लोग शुभ कार्यों में पीले रंग के वस्त्र धारण करते हैं। ज्योतिष में भी पीले रंग को खास महत्व दिया गया है। पीले रंग का संबंध गुरु बृहस्पति से भी माना गया है।
जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह और चंद्रमा को स्त्री कारक ग्रह माना जाता है। शुक्र ग्रह और चंद्रमा की पूजा करने से महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
लखनऊ, 13 मार्च। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) के मेधावी छात्र मनीष राजानी को अमेरिका के पाँच प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों द्वारा उच्चशिक्षा हेतु चयनित किया गया है।
हिंदू धर्म में कुछ भी शुभ काम करने से पहले मुहूर्त जरूर देखा जाता है।