जितनी लम्बी चादर उतने पैर पसारो (बादशाह अकबर और बीरबल)
बादशाह अकबर के दरबारियों को अक्सर यह शिकायत रहती थी कि बादशाह हमेशा बीरबल को ही बुद्धिमान बताते हैं, औरों को नहीं|
बादशाह अकबर के दरबारियों को अक्सर यह शिकायत रहती थी कि बादशाह हमेशा बीरबल को ही बुद्धिमान बताते हैं, औरों को नहीं|
1 [जनम]
किं तद गुह्यं न चाख्यातं कर्णायेहॊष्ण रश्मिना
कीदृशे कुण्डले ते च कवचं चैव कीदृशम
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष को अष्टमी को कृष्ण प्रिया राधा जी का जन्म हुआ था| इसलिए यह दिन राधाष्टमी के रूप में मनाया जाता है|
1 And Moses answered and said, But, behold, they will not believe me, nor hearken unto my voice; for they will say, Jehovah hath not appeared unto thee.
Janamejaya said, “The Sankhya system, the Pancharatra scriptures, and theAranyaka-Vedas,–these different systems of knowledge or religion,–Oregenerate Rishi, are current in the world.
1 [दरुपद]
एवम एतन महाप्राज्ञ यथात्थ विदुराद्य माम
ममापि परमॊ हर्षः संबन्धे ऽसमिन कृते विभॊ
1 भीष्म उवाच
चकार यत्नं दरुपदः सर्वस्मिन सवजने महत
ततॊ लेख्यादिषु तथा शिल्पेषु च परं गता
इष्वस्त्रे चैव राजेन्द्र दरॊणशिष्यॊ बभूव ह