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1 [य] परज्ञा शरुताभ्यां वृत्तेन शीलेन च यथा भवान
गुणैः समुदितः सर्वैर वयसा च समन्वितः
तस्माद भवन्तं पृच्छामि धर्मं धर्मभृतां वर

महाराष्ट्र के चन्द्रपुर जिले में आनन्दवन नामक एक बस्ती है| यहाँ पर जनसेवी बाबा आम्टे ने कुष्ठरोग से पीड़ित हजारों लोगों का रोग से मुक्त कर स्वावलम्बी बनाया|

1 भीष्म उवाच
ततॊ ऽहं समनुज्ञाप्य कालीं सत्यवतीं तदा
मन्त्रिणश च दविजांश चैव तथैव च पुरॊहितान
समनुज्ञासिषं कन्यां जयेष्ठाम अम्बां नराधिप