राम नाम जप की महत्ता – भक्त तुलसीदास जी दोहावली
चित्रकूट सब दिन बसत प्रभु सिय लखन समेत|
राम नाम जप जापकहि तुलसी अभिमत देत||
चित्रकूट सब दिन बसत प्रभु सिय लखन समेत|
राम नाम जप जापकहि तुलसी अभिमत देत||
ऐ मेरे ग़रीब नवाज़ झोलियाँ भरो सब की
शिरडी के साँई महाराज 2 झोलियाँ भरो सब की
“Dhritarashtra said, ‘It seems that Arjuna slew all of you at his will.Indeed, the Destroyer himself could not escape him in battle, if Arjunatook up arms against Him.
त्याग-तपस्या का हमारे देश में सदा आदर-सम्मान रहा है| साथ ही त्यागी-तपस्वी भी ऐसे रहे हैं जो घोर दरिद्रता में रहे, परंतु कभी किसी के सामने उन्होंने हाथ नहीं पसारा|
1 [व]
दीक्षा काले तु संप्राप्ते ततस ते सुमहर्त्विजः
विधिवद दीक्षयाम आसुर अश्वमेधाय पार्थिवम
1 [भरद्वाज]
बराह्मणः केन भवति कषत्रियॊ वा दविजॊत्तम
वैश्यः शूद्रश च विप्रर्षे तद बरूहि वदतां वर
किसी नगर में गंगा के किनारे बैठकर एक भिखारी भीख मांगा करता था| उसके हाथ में एक कटोरा रहता था, जिसे जो देना होता था, वह कटोरे में डाल देता था|