Chapter 63
“Sanjaya said, ‘Meanwhile Karna also began, with his arrowy showers, toafflict the mighty car-warriors of the Kaikayas, viz., those great bowmenthat stood before him.
“Sanjaya said, ‘Meanwhile Karna also began, with his arrowy showers, toafflict the mighty car-warriors of the Kaikayas, viz., those great bowmenthat stood before him.
एक बहुत बड़ी संत थीं| उनका नाम था राबिया| वे सादगी से रहती थीं और हर घड़ी अल्लाह का नाम लेती रहती थीं| उनकी कुटिया में साधु-संतों की भीड़ लगी रहती थी|
खस या खसखस एक सुगंधित पौधा है। खसखस का इस्तेमाल सब्जी की ग्रेवी और सर्दी के दिनों में स्वादिष्ट हलवा बनाने के लिए किया जाता है। आइए जानें खसखस के स्वास्थ्य लाभ में से कुछ लाभों के बारे में|
1 [पुलस्त्य]
ततॊ गच्छेत धर्मज्ञ धर्मतीर्थं पुरातनम
तत्र सनात्वा नरॊ राजन धर्मशीलः समाहितः
आ सप्तमं कुलं राजन पुनीते नात्र संशयः
1 [य]
किं कुर्वन सुखम आप्नॊति किं कुर्वन दुःखम आप्नुते
किं कुर्वन निर्भयॊ लॊके सिद्धश चरति भारत
“Bhishma said, ‘Thus addressed by Indra, Matanga of restrained vows andwell regulated soul, (without hearkening to the counsels of the chief ofthe celestials), stood for a hundred years on one foot, O thou ofunfading glory.
“Bhishma said, ‘Thus addressed, Janamejaya replied unto the sage, saying,’Thou rebukest one that deserves to be rebuked.