भोला है सांई बाबा भोला है सांई
भोला है सांई बाबा भोला है सांई
एक समय की बात है| एक जंगल में एक तोता था| वह गा सकता था, परंतु वह अज्ञानी था- शास्त्रों से पूरी तरह अनभिज्ञ|
“Sanjaya said, ‘Having vanquished the son of Drona and achieved a mightyand heroic feat that is exceedingly difficult of accomplishment,Dhananjaya, irresistible by foes,
श्रीहनुमानजी आजम नैष्ठिक ब्रह्मचारी, व्याकरणके महान् पण्डित, ज्ञानिशिरोमणि, परम बुद्धिमान् तथा भगवान् श्रीरामके अनन्य भक्त हैं| ये ग्यारहवें रुद्र कहे जाते हैं|
एक दिन एक पण्डितजी कथा सुना रहे थे| बड़ी भीड़ इकट्ठी थी| मर्द, औरतें, बच्चे सब ध्यान से पण्डितजी की बातें सुन रहे थे|
कुछ दिन पहले की बात है| हरियाणा के औधोगिक नगर फरीदाबाद में इंग्लैंड में बसा भारत-मूल का एक प्रवासी एक स्थानीय वैध जी के पास पहुँचा|
“Yudhishthira said, ‘I have heard this great narrative, O perpetuator ofKuru’s race. Thou, O foremost of eloquent men, hast said that the statusof a Brahmana is exceedingly difficult of acquisition.