Home2011December (Page 39)

प्राचीन समय की बात है| नदी की एक सूखी तलहटी थी| कंकड़-पत्थरों में हीरा-मणिक खोजने वाला खोजी थकान से चूर-चूर हो गया था| अत्यंत परेशान होकर वह अपने साथियों से बोला- “अपनी इस खोज में मैं पूरी तरह से निराश हो चुका हूँ| मैंने कई दिनों की लगातार मेहनत से निन्यानवें हजार नौ सौ निन्यानवें पत्थर इकट्ठा कर लिये होंगे, परंतु मुझे अपने ढेर में हीरे-मणिक एक कण भी नहीं मिला|”

बहुत दिनों की बात है| किसी गांव में एक किसान रहता था| उसका घर गांव के छोर पर था| वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ रहता था| किसान और उसकी पत्नी बच्चे को बहुत चाहते थे| एक दिन शाम को किसान लौटकर घर आया तो अपने साथ नेवले का बच्चा लेकर आया| पत्नी के पूछने पर उसने कहा, “मैं इसे बच्चे के खेलने-दुलारने के लिए लाया हूं|”