सत्य की महिमा
एक बार ग्वालों ने गोचर-भूमि और जल की सुविधा देखकर सरस्वती नदी के आस-पास डेरा डाल दिया| उनके पास गायों का एक बहुत बड़ा झुंड था|
एक बार ग्वालों ने गोचर-भूमि और जल की सुविधा देखकर सरस्वती नदी के आस-पास डेरा डाल दिया| उनके पास गायों का एक बहुत बड़ा झुंड था|
तुझ में ही सब को पाके तुझ में ही मन रमा के
में तुम्ही से साई बाबा में तुम्ही को मांग लूँगा
“Sanjaya said, ‘The handsome Arjuna then, on that foremost car of his,unto which were yoked white steeds, and which was urged by Narayanahimself, appeared on the scene.
एक आदमी बड़ा शराबी था| शाम होते ही वह शराब घर में पहुंच जाता और खूब शराब पीता| एक दिन उसने इतनी शराब पी कि चलते समय उसे पूरा होश न रहा| वह साथ में लालटेन लाया था|
1 [पुलस्त्य]
अथ संध्यां समासाद्य संवेद्यं तीर्थम उत्तमम
उपस्पृश्य नरॊ विद्वान भवेन नास्त्य अत्र संशयः
“Yudhishthira said, ‘Thou O grandsire, art endued with wisdom andknowledge of the scriptures, with conduct and behaviour, with diversekinds of excellent attributes, and also with years. Thou artdistinguished above others by intelligence and wisdom and penances.
“Saunaka said, ‘I shall for these reasons discourse to thee ofrighteousness, to thee whose heart has been exceedingly agitated.Possessed of knowledge and great strength, and with a contented heart,thou seekest righteousness of thy own will.