Home2011August (Page 31)

जोधपुर के महाराजा जसवंत सिंह की मृत्यु के बाद बादशाह औरंगजेब जोधपुर को हड़पना चाहता था लेकिन जसवंत सिंह के मंत्री दुर्गादास राठौर ने औरंगजेब की कोई भी चाल कामयाब नहीं होने दी। जसवंत सिंह के पुत्र राजकुमार अजीत सिंह को जोधपुर की गद्दी पर बिठाने के लिए दुर्गादास ने मुगल सेना से डटकर युद्ध किया। दुर्गादास ने भी कभी हार नहीं मानी।

अयोध्यानरेश महाराज दशरथ स्वायम्भुव मनुके अवतार थे| पूर्वकालमें कठोर तपस्यासे इन्होंने भगवान् श्रीरामको पुत्ररूपमें प्राप्त करनेका वरदान पाया था|

वनवास के तेरह वर्ष पूर्ण हो चुके थे और पांडव अपना राज्य वापस चाहते थे| युधिष्ठिर ने यह संदेश देकर अपने दूत को हस्तिनापुर भेजा| पांडव शांति की कामना करते थे, फिर भी उन्होंने संभावी युद्ध के लिए तैयारियाँ आरंभ कर दी थीं|