Home2011July (Page 40)

इस बार भी वैसा ही हुआ, जैसे अक्सर मेरे साथ होता था| कुछ दिन घर पर बीवी-बच्चों के साथ गुजारने के बाद मेरे मन में फिर से सफ़र की हुड़क उठने लगी और दिल के हाथों मजबूर होकर मुझे अपनी चौथी यात्रा पर निकलना पड़ा|

“Sauti said, ‘Then the councillors beholding the king in the coils ofTakshaka, became pale with fear and wept in exceeding grief. And hearingthe roar of Takshaka, the ministers all fled. And as they were flyingaway in great grief, they saw Takshaka, the king of snakes, thatwonderful serpent, coursing through the blue sky like a streak of the hueof the lotus, and looking very much like the vermilion-coloured line on awoman’s crown dividing the dark masses of her hair in the middle.

श्वेत प्रदर होने पर स्त्री की योनि से सफेद रंग का चिकना स्त्राव पतले या गाढ़े रूप में निकलने लगता है| इस प्रदर में तीक्ष्ण बदबू उत्पन्न होती है| ऐसे में दिमाग कमजोर होकर सिर चकराने लगता है| स्त्री को बड़ी बैचेनी एवं थकान महसूस होती है|

एक व्यापारी था| उसने व्यापार में खूब कमाई की| बड़े-बड़े मकान बनाए, नौकर-चाकर रखे, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि उसके दिन फिर गए| व्यापार में घाटा आया और वह एक-एक पैसे के लिए मोहताज हो गया| जब उसकी परेशानी सहन से बाहर हो गई, तब वह एक साधु के पास गया और रोते हुए बोला – “महाराज, मुझे कोई रास्ता बताइए, जिससे मुझे शांति मिले|”