अध्याय 10
1 [इ]
सर्वं वयाप्तम इदं देवा वृत्रेण जगद अव्ययम
न हय अस्य सदृशं किं चित परतिघाताय यद भवेत
Dhritarashtra said, “How, O Sanjaya, did Santanu’s son Bhishma of mightyenergy fight on the tenth day of battle, with the Pandavas and theSrinjayas? How also did the Kurus resist the Pandavas in battle? Describeto me the great battle fought by Bhishma, that ornament of battle.”
“Vaisampayana said, ‘The dwellers in heaven became exceedingly glad inwelcoming Kacha who had mastered the wonderful science. And, O bull ofBharata’s race, the celestials then learnt that science from Kacha andconsidered their object already achieved.
“Markandeya continued, ‘Those six ladies, the wives of the seven Rishiswhen they learned that good fortune had smiled on Mahasena and that hehad been made leader of the celestial forces,[79] repaired to his camp.
एक बार बुद्ध एक गांव में अपने किसान भक्त के यहां गए। शाम को किसान ने उनके प्रवचन का आयोजन किया। बुद्ध का प्रवचन सुनने के लिए गांव के सभी लोग उपस्थित थे, लेकिन वह भक्त ही कहीं दिखाई नहीं दे रहा था। गांव के लोगों में कानाफूसी होने लगी कि कैसा भक्त है कि प्रवचन का आयोजन करके स्वयं गायब हो गया। प्रवचन खत्म होने के बाद सब लोग घर चले गए। रात में किसान घर लौटा। बुद्ध ने पूछा, कहां चले गए थे? गांव के सभी लोग तुम्हें पूछ रहे थे।
भारत का एक हिस्सा वह संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, लंदन, इटली, ज्यूरिख, स्विटजरलैंड आदि में कथा भी देते हैं। एक उत्कृष्ट वक्ता, वह हिंदी, ब्रज और संस्कृत के अलावा अंग्रेजी में स्पष्ट रूप से बोलते हैं और इसलिए भक्तों में बहुत लोकप्रिय है।
एक दिन एक आदमी का पाँव कट गया| उसने ईश्वर को धन्यवाद दिया| एक व्यक्ति ने पूछा, “जब तुम्हारा पाँव कट गया, तब ईश्वर दयालु कैसे है?