Home2011May (Page 74)

कहते हैं कि ‘विपत्ति ही संपति की जननी है| परीक्षा के पलों में ही मनुष्य के महत्व का पता चलता है| जिसके जीवन में कठिनाईयां नहीं आतीं, उसकी आत्म-शक्ति और धैर्य की परीक्षा नहीं हो सकती|’

अनोवा और ग्रीट्स बहुत पक्के मित्र थे | वे एक दूसरे पर जाने छिड़कने को तैयार रहते थे | उन्हीं दिनों उनको मोरियो नामक एक व्यक्ति मिला | वह भी उन लोगों से मित्रता बढ़ाने लगा |