एकता का अभाव (बादशाह अकबर और बीरबल)
यह घटना मुगलकाल की है| अकबर ने एक बार अपने राजदरबार में सवाल किया कि इस दुनिया में भेड़-बकरियों, घोड़े-गधों के समूह तो दिखाई देते हैं, लेकिन कुत्तों का समूह नहीं दिखाई देता?
यह घटना मुगलकाल की है| अकबर ने एक बार अपने राजदरबार में सवाल किया कि इस दुनिया में भेड़-बकरियों, घोड़े-गधों के समूह तो दिखाई देते हैं, लेकिन कुत्तों का समूह नहीं दिखाई देता?
1 And it came to pass, that when Isaac was old, and his eyes were dim, so that he could not see, he called Esau his elder son, and said unto him, My son. And he said unto him, Here am I.
“Parasara said, ‘That man who, having obtained this car, viz., his bodyendued with mind, goes on, curbing with the reins of-knowledge the steedsrepresented by the objects of the senses, should certainly be regarded aspossessed of intelligence.
गोटिया बहुत ही नटखट लड़का था | उसका दिमाग हरदम शैतानियों में ही लगा रहता था | सब लोग गोटिया की शरारतों से तंग आ चुके थे | गोटिया के मामा चाहते थे कि वह उनके कामों में हाथ बंटाए, परंतु गोटिया का न तो काम में मन लगता था, न ही वह कोई काम तसल्ली से करता था |
एक बार एक किसान किसी काम से शहर गया | जैसे ही शाम होने लगी, उसे लगा कि उसे तुरंत गांव लौट जाना चाहिए | अगर देर हो गई तो अंधेरे में घर पहुंचना मुश्किल हो जाएगा | वह अपना काम अधूरा छोड़कर गांव की ओर चल दिया |
“Bhishma, continued, ‘Listen, O mother, to me as I indicate the means bywhich the Bharata line may be perpetuated. Let an accomplished Brahmanabe invited by an offer of wealth, and let him raise offspring upon thewives of Vichitravirya.’
“The Brahmana said, ‘In this connection is cited the ancient story of thediscourse between Narada and the Rishi Devamata.’