Chapter 350
Janamejaya said, “The Sankhya system, the Pancharatra scriptures, and theAranyaka-Vedas,–these different systems of knowledge or religion,–Oregenerate Rishi, are current in the world.
Janamejaya said, “The Sankhya system, the Pancharatra scriptures, and theAranyaka-Vedas,–these different systems of knowledge or religion,–Oregenerate Rishi, are current in the world.
1 [दरुपद]
एवम एतन महाप्राज्ञ यथात्थ विदुराद्य माम
ममापि परमॊ हर्षः संबन्धे ऽसमिन कृते विभॊ
1 भीष्म उवाच
चकार यत्नं दरुपदः सर्वस्मिन सवजने महत
ततॊ लेख्यादिषु तथा शिल्पेषु च परं गता
इष्वस्त्रे चैव राजेन्द्र दरॊणशिष्यॊ बभूव ह
“The Brahmana continued, ‘King Drupada (after this), distressed at heart,wandered among many asylums of Brahmanas in search of superior Brahmanaswell-skilled in sacrificial rites. Overwhelmed with grief and eagerlyyearning for children, the king always said, ‘Oh, I have no offspringsurpassing all in accomplishments.’
दूसरे महायुद्ध की विभीषिका के फलस्वरुप जापान क्षत-विक्षत हो गया था| उसका समस्त व्यापार, उधोग, कृषि एवं अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो गई थी|
हिंदू धर्म में हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है। भगवान श्री राम के परम भक्त माने जाने वाले हनुमान जी का स्मरण करने से सभी डर दूर हो जाते हैं। हनुमान जी की पूजा-अर्चना में हनुमान चालीसा, मंत्र और आरती का पाठ किया जाता है।
“Arjuna said, ‘Thou art now, O Kesava, the best friend of all the Kurus.Related with both the parties, thou art the dear friend of both.
कृपी महर्षि शरद्वान की पुत्री थी| इनकी माता जानपदी नाम की एक देवकन्या थी| कृपी का जीवन सदा दुर्भाग्य और आपत्तियों से संघर्ष करते हुए ही बीता|
“Lomasa said, ‘O descendant of Bharata, O king, now hast thou left behindthe mountains Usiravija, Mainaka and Sweta, as well as the Kala hills, Oson of Kunti, O bull among the descendants of Bharata, here flow beforethee the seven Gangas.