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1 भीष्म उवाच
चकार यत्नं दरुपदः सर्वस्मिन सवजने महत
ततॊ लेख्यादिषु तथा शिल्पेषु च परं गता
इष्वस्त्रे चैव राजेन्द्र दरॊणशिष्यॊ बभूव ह

हिंदू धर्म में हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है। भगवान श्री राम के परम भक्त माने जाने वाले हनुमान जी का स्मरण करने से सभी डर दूर हो जाते हैं। हनुमान जी की पूजा-अर्चना में हनुमान चालीसा, मंत्र और आरती का पाठ किया जाता है।

कृपी महर्षि शरद्वान की पुत्री थी| इनकी माता जानपदी नाम की एक देवकन्या थी| कृपी का जीवन सदा दुर्भाग्य और आपत्तियों से संघर्ष करते हुए ही बीता|