हरे रंग का घोड़ा (बादशाह अकबर और बीरबल)
अकबर बादशाह अपने घोड़े पर सवार होकर बाग की सैर कर रहे थे, बीरबल भी उनके साथ था| बाग में हरे-भरे पेड़ थे और हरी घास की ही चादर-सी बिछी थी|
अकबर बादशाह अपने घोड़े पर सवार होकर बाग की सैर कर रहे थे, बीरबल भी उनके साथ था| बाग में हरे-भरे पेड़ थे और हरी घास की ही चादर-सी बिछी थी|
1 When a man taketh a wife, and marrieth her, then it shall be, if she find no favor in his eyes, because he hath found some unseemly thing in her, that he shall write her a bill of divorcement, and give it in her hand, and send her out of his house.
Vaishampayana said, “Arrived at the auspicious Ganga full of sacredwater, containing many lakes, adorned with high banks and broad shores,and having a vast bed, they cast off their ornaments, upper garments, andbelts and girdles.
एक राजा था| उसका पुत्र बेहद आवारा किस्म का था| राजा अपने पुत्र की आवारागर्दी से बहुत परेशान था| उसने कई बार अपने पुत्र को समझाया कि वह इस राज्य का होने वाला राजा है और अगर उसकी ऐसी ही हरकतें रही तो प्रजा उसे नकार देगी| लेकिन उस पर अपने पिता की सीख का कोई असर नही पड़ा|
1 [नारद]
जित्वा तु पृथिवीं दैत्यौ निःसपत्नौ गतव्यथौ
कृत्वा तरैलॊक्यम अव्यग्रं कृतकृत्यौ बभूवतुः
“Vaisampayana said, ‘Hearing these words uttered by the high-souledKesava, all the persons who sat in that assembly remained silent, theirhair standing on their ends.