Chapter 90
“Dhaumya continued, ‘O tiger among kings, I shall now describe thosetirthas and sacred spots that lie to the north. Do thou, O exalted one,listen to me attentively.
“Dhaumya continued, ‘O tiger among kings, I shall now describe thosetirthas and sacred spots that lie to the north. Do thou, O exalted one,listen to me attentively.
अच्छे अच्छों को पता नहीं चल पाता जीवन कब बिखर जाता है, उलझ जाता है। कइयों की पूरी जिंदगी बीत जाती है समेटते, सुलझाते हुए। भारतीय संस्कृति की यह विशेषता है कि हमारे पास कई ऐसे शास्त्र हैं जिनके माध्यम से हम बिखरी जिंदगी समेट सकते हैं।
बादशाह अकबर बेहद खूबसूरत जूते खरीद कर लाए| सभी दरबारी जूते की तारीफ कर रहे थे| तभी दरबार में बीरबल आया तो बादशाह ने जूते की तरफ इशारा करते हुए कहा – “देखो बीरबल, मेरे नए जूते, अच्छे हैं न?”
एक कौआ नीम के पेड़ की शाखा पर बैठा था| उसकी चोंच में रोटी का एक टुकड़ा था| एक लोमड़ी उधर से गुजरी तो कौए की चोंच में रोटी का टुकड़ा देखकर उसके मुहँ में पानी भर आया| उसने सोचा कि किसी तरह कौए की रोटी हथियानी चाहिए|
राजस्थान की भूमि साहस व शौर्य के लिए प्रसिद्ध है| भारत में हुए साठ प्रतिशत युद्ध इसी राज्य की जमीन पर हुए| युद्धों की इस भूमि पर प्रेम की मूर्ति भी अवतरित हुई जिसका नाम था मीरा!
1 At that time Jehovah said unto me, Hew thee two tables of stone like unto the first, and come up unto me into the mount, and make thee an ark of wood.
Vaishampayana said, “Certain maid-servants then came to the king forwashing him. After he had been duly washed, the slayer of Madhu againaddressed him, saying, Thou hast, O king, read the Vedas and diversescriptures.