Chapter 91
Vaisampayana continued, “O son of the Kuru race, while Dhaumya wasspeaking thus, there arrived at the spot the Rishi Lomasa of greatenergy.
Vaisampayana continued, “O son of the Kuru race, while Dhaumya wasspeaking thus, there arrived at the spot the Rishi Lomasa of greatenergy.
आप किसी भी क्षेत्र में हों, योग्यता के तीन प्रमाण माने जाते हैं। निरंतरता, विश्वसनीयता और समर्पण। कार्य के प्रति प्रयासों में जो निरंतरता होती है, उससे आलस्य दूर होता है। हमारी कार्यशैली से बासी और उबाऊपन चला जाता है।
बादशाह अकबर ने भरे दरबार में बीरबल से पूछा – “इस दुनिया में किस बिरादरी के लोग मुर्ख होते हैं? और किस बिरादरी के लोग समझदार?”
एक राजा हमेशा अपनी मौत के डर से बहुत भयभीत रहा करता था| वह प्रायः ज्योतिषियों से इस बारे में पूछता रहता था| ज्योतिषी उसे एक ही उत्तर देते कि महाराज आप तो दीर्घायु है|
1 Therefore thou shalt love Jehovah thy God, and keep his charge, and his statutes, and his ordinances, and his commandments, alway.
नाशपाती अथवा नाशपाती का रस शीतलता प्रदान करता है| कुछ लोगों ने इसे ‘अमृत फल’ का नाम भी दिया हुआ है| छिलके सहित खाने पर नाशपाती अधिक लाभ करती है| इसका रस शरीर की धातुओं में वृद्धि करता है| यह जलोदर और अतिसार में भी लाभदायक है, तथा खाने में अत्यंत स्वादिष्ट भी होती हैं|
Vaishampayana said, “Commanded by Dhritarashtra, those bulls of Kurusrace, the Pandava brothers, accompanied by Keshava, then proceeded to seeGandhari.