44b. Ad-Dukhan (51 to 59)
Lo! those who kept their duty will be in a place secure, Amid gardens and water springs , Attired in sin and silk embroidery , facing one another …
Lo! those who kept their duty will be in a place secure, Amid gardens and water springs , Attired in sin and silk embroidery , facing one another …
नारायणं सर्वकालं क्षुत प्रस्खलनादिषु ।
एक तहसीलदार (व्ही.एच.ठाकुर) रेवेन्यू विभाग में कार्यरत थे| बहुत पढ़े-लिखे होकर भी उन्हें सत्संग से बहुत लगन थी| इसलिए अपने विभाग के साथ जहां कहीं भी जाते, यदि वहां किसी संत महात्मा के बारे में सुनते तो उनके दर्शन अवश्य करते|
Ha . Mim ., By the Scripture that maketh plain, Lo! We revealed it on a blessed night . Lo! We are ever , Whereupon every wise command is made clear…
अनंतराव पाटणकर पूना के रहनेवाले थे| उन्होंने वेद और उपनिषदों का अध्ययन कर लिया था| उनका तत्वज्ञान भी समझ लिया था| लेकिन इतना सब करने के बाद भी उनका मन शांत न था|
And Pharaoh caused a proclamation to be made among
his people saying : O my people! Is not mine the …
एक बार बापू साहब बूटी शिरडी आये हुए थे| तब एक दिन उनसे बाबा साहब डेंगले जो ज्योतिष विद्या के जानकर भी थे, ने बापू साहब बूटी से कहा – “आज का दिन आपके लिए बहुत घातक है| आपके जीवन पर कोई संकट आ सकता है| सावधान रहिये|” इस बात को सुनकर बापू साहब उदास और बेचैन हो गये कि अब क्या होगा?
आ कृष्णेन् रजसा वर्तमानो निवेशयत्र अमतं मर्त्य च |
हिरणययेन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन ||
विष्णुप्रिये नमस्तुभ्यं जगद्धिते |
अर्तिहंत्रि नमस्तुभ्यं समृद्धि कुरु में सदा ||