मेरा पौधा प्रफुलित व स्वस्थ क्यों नहीं रहता है?
एक खिल रहा फलो से लदा पौधा खासकर जब वो आपके आँगन में पल रहा हो तो आपको कितनी ख़ुशी देता है।
जरा कल्पना कीजिये उस परिस्तिथी की जिसमे आप इक पौधे की लम्बे समय से सेवा कर रहे है उसका ख्याल रख रहे है मगर फिर भी उसका सही विकास न हो पा रहा हो, मानो आपके किये सारे यत्न शायद उस के लिए काफी ना हो, खासकर ऐसा और भी निराशाजनक लगता है जब आपके द्वारा लाया गया इक बढ़िया पौधा अचानक से बीमार दिखाई देने लगे।
आपको इसके विकास का अच्छा अनुभव तब तक नहीं मिल सकता जब तक की आप इसकी सही ढंग से सँभाल करना नहीं सिख लेते।
तो क्या कारण है की आपका पौधा विकसित नहीं हो रहा और हमेशा अस्वस्थ रहता है? हर बार इसका कारण कीड़े या कीट नहीं होते!
निम्न कुछ कारण है जो पौधे को अस्वस्थ व् अविकसित रख सकते है:
1 सही पौधे का चुनाव (Choose the right plant)
सबसे महत्वपूर्ण कार्य है ऐसे पौधे का चुनाव करना जो आपके द्वारा दी गयी परिस्तिथि में फल फूल सके। हमेशा ऐसे नमूने का ही चुनाव करे व उसका घर लाते हुए पूरा धयान रखें। कई बार पत्ते, फूल या तने में किसी तरह की समस्या आ सकती है मगर जरुरत है आपको उसको समझने की और उस अनुसार उसकी देखभाल करने की
2 मिट्टी की गुणवत्ता (Soil quality)
पौधे के सम्पूर्ण विकसित स्वास्थ्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात मिट्टी की गुणवत्ता एवं उसकी किस्म है। साधारणतया ज्यादातर पौधों को अच्छी तरह से सुखी बलुई मिट्टी की आवश्यकता होती है जो उसकी जड़ों को सही तरह से हवा दे पाती है।
तो पौधे के सम्पूर्ण विकास के लिए अच्छी तरह से शोधित व गुणी मिट्टी का चुनाव सही है जो आपके पौधे के लिए सही हो।
सिर्फ बग़ीचे की मिट्टी की काफी नहीं है बल्कि इसमें कई तरह की शैल (perlite), दलदली काई (पीट moss), सूखी स्पग़नुम काई, केँचुआ खाद कोको पीट आदि का मिश्रण होना जरुरी है जो ये निश्चित कर सके की पौधे को सही ख़ुराक मिल रही है।
3 पौधे का भोजन / खाद (Plant food / Fertilizer)
अच्छी तरह से सूखी हुई बग़ीचे की मिट्टी वैसे तो पौधे के लिए अच्छा विकल्प है मगर यह पौधे के लिए पर्याप्त नहीं है। इंसानों की भांति पौधों को भी जीने के लिए भोजन की जरुरत होती है। यह इनको मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के रूप में मिलता है।
यदि आपने पौधे को गमले में लगा रखा है तो ये कुछ समय बाद आपके पौधे के पोषक तत्वों को नष्ट कर के उनको भूखा बना देगा जिस से आपके पौधे के बीमार होने के मौके बढ़ जाते है व वह फल देने लायक नहीं रहता है। तो इसलिए अपने पौधे को भूखा न रहने दे। हमेशा अपने पौधे को विशेष प्रकार की खाद उर्वरक देते रहे।
4 अत्याधिक पानी देना (Over watering)
सदैव याद रखे जल के बिना कोई भी जीवन संभव नहीं है। कई बार पौधे सर्दियों में कम पानी की पूर्ति से बच तो जाते है मगर जब उनको खिलने के लिए इसकी जरुरत होती है तब वह विफल हो जाते है फलस्वरूप पौधे के पत्ते मुरझा जाते है व वह खिल नहीं पाता। अत्याधिक जल आपूर्ति भी घर के भीतर लगे हुए पौधे के बीमार या ख़तम होने का कारन बन जाती है। इसलिए आवश्यक है की जल पूर्ति सही अनुपात में हो न कम न ही ज्यादा।
5 प्रकाश (Light)
कई खिलने वाले पौधों को विकसित होने के लिए कम से कम चार से छे घंटे तक सूर्य की रोशनी चाहिए। पौधो को ये रोशनी प्रकाश संश्लेषण क्रिया के लिए आवश्यक है जिस से वे अपना भोजन बनाते है। कम रोशनी पौधे को तनाव की स्थिति में ला देगी जिस कारन वे पूर्ण रूप से विकसित नहीं होगा व बीमार हो जायेगा।
6 तापमान (Temperature)
तापमान पौधे के फलने पर बहुत प्रभाव डालता है। जहां अति तेज तापमान पौधे के खिलने की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है वही कम तापमान भी कलियों को खिलने से रोक देता है। सब किसी भी पौधे की विकसित होने की क्रिया पर निर्भर करता है की उसको कितने तापमान की जरुरत है कईयों को कम, मध्यम या तेज की जरुरत होती है।
7 कीड़ों से बचाव (Check for bugs)
सभी कुछ करने के बाद भी अगर पौधे का शरण हो रहा है व बीमार है तो इसका अभिप्राय ये होगा की आपका पौधा किसी किस्म के कीड़े के प्रभाव से पीड़ित है।
इस स्थिति में पौधे के प्रभावित भागो को अलग कर दे व अच्छी किस्म की खाद डाल के उसकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाये। कीड़ो से बचाव के लिए मिट्टी में नीम का प्रयोग करे।
आपके पौधे की बीमार अवस्था के पीछे कोई भी कारण हो ऐसे में यही सुझाव दिया जा सकता है की पौधे की विकसित होने की प्राकृतिक योग्ता को बढ़ाए रखे। जैविक खाद का प्रयोग, अच्छी गुणवत्ता का मिट्टी मिश्रण जैसी पदार्थ पौधे के प्रफुल्लित होने में कारगर सिद्ध होंगे।
Ms. Ginny Chhabra (Article Writer)