05. उद्योगपर्व Share 0 अध्याय 79 1 [सहदेव] यद एतत कथितं राज्ञा धर्म एष सनातनः यथा तु युद्धम एव सयात तथा कार्यम अरिंदम Continue reading POST TAGS: उद्योगपर्वमहाभारत संस्कृत
01. आदिपर्व Share 0 अध्याय 89 1 [ज] भगवञ शरॊतुम इच्छामि पूरॊर वंशकरान नृपान यद वीर्या यादृशाश चैव यावन्तॊ यत पराक्रमाः Continue reading POST TAGS: आदिपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 179 1 [वै] निदाघान्तकरः कालः सर्वभूतसुखावहः तत्रैव वसतां तेषां परावृट समभिपद्यत Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 117 1 [भ] अत्राप्य उदाहरन्तीमम इतिहासं पुरातनम निदर्शन करं लॊके सज्जनाचरितं सदा Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
13. अनुशासनपर्व Share 0 अध्याय 117 1 [य] इमे वै मानवा लॊके भृशं मांसस्य गृद्धिनः विसृज्य भक्षान विविधान यथा रक्षॊगणास तथा Continue reading POST TAGS: अनुशासनपर्वमहाभारत संस्कृत
05. उद्योगपर्व Share 0 अध्याय 80 1 [व] राज्ञस तु वचनं शरुत्वा धर्मार्थसहितं हितम कृष्णा दाशार्हम आसीनम अब्रवीच छॊककर्षिता Continue reading POST TAGS: उद्योगपर्वमहाभारत संस्कृत
01. आदिपर्व Share 0 अध्याय 90 1 [ज] शरुतस तवत्तॊ मया विप्र पूर्वेषां संभवॊ महान उदाराश चापि वंशे ऽसमिन राजानॊ मे परिश्रुताः Continue reading POST TAGS: आदिपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 180 1 [वै] काम्यकं पराप्य कौन्तेया युधिष्ठिरपुरॊगमाः कृतातिथ्या मुनिगणैर निषेदुः सह कृष्णया Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
01. आदिपर्व Share 0 अध्याय 52 1 [ष] ये सर्पाः सर्पसत्रे ऽसमिन पतिता हव्यवाहने तेषां नामानि सर्वेषां शरॊतुम इच्छामि सूतज Continue reading POST TAGS: आदिपर्वमहाभारत संस्कृत
01. आदिपर्व Share 0 अध्याय 60 1 [व] बरह्मणॊ मानसाः पुत्रा विदिताः षण महर्षयः एकादश सुताः सथाणॊः खयाताः परममानसाः Continue reading POST TAGS: आदिपर्वमहाभारत संस्कृत