07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 22 1 [धृ] सर्वेषाम एव मे बरूहि रथचिह्नानि संशय ये दरॊणम अभ्यवर्तन्त करुद्धा भीम पुरॊगमाः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 21 1 [धृ] भारद्वाजेन भग्नेषु पाण्डवेषु महामृधे पाञ्चालेषु च सर्वेषु कश चिद अन्यॊ ऽभयवर्तत Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 20 1 [स] ततॊ युधिष्ठिरॊ दरॊणं दृष्ट्वान्तिकम उपागतम महता शरवर्षेण परत्यगृह्णाद अभीतवत Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 19 1 [स] परिणाम्य निशां तां तु भारद्वाजॊ महारथः बहूक्त्वा च ततॊ राजन राजानं च सुयॊधनम Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 18 1 [स] दृष्ट्वा तु संनिवृत्तांस तान संशप्तकगणान पुनः वासुदेवं महात्मानम अर्जुनः समभाषत Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 17 1 [स] ततः संशप्तका राजन समे देशे वयवस्थिताः वयूह्यानीकं रथैर एव चन्द्रार्धाख्यं मुदान्विताः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 16 1 [स] ते सेने शिबिरं गत्वा नयविशेतां विशां पते यथाभागं यथान्यायं यथा गुल्मं च सर्वशः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 15 1 [स] तद बलं सुमहद दीर्णं तवदीयं परेक्ष्य वीर्यवान दधारैकॊ रणे पाण्डून वृषसेनॊ ऽसत्रमायया Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 14 1 [धृ] बहूनि सुविचित्राणि दवंद्व युद्धानि संजय तवयॊक्तानि निशम्याहं सपृहयामि स चक्षुषाम Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 13 1 [स] ततः स पाण्डवानीके जनयंस तुमुलं महत वयचरत पाण्डवान दरॊणॊ दहन कक्षम इवानलः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत