एकादशी माहात्म्य – पूरे वर्ष की 24 एकादशी व्रतों का फलाहार व योनि सम्बन्ध
चैत्र कृष्णा एकादशी – चारोली का फलाहार करने से जम्बू योनि छूट जाती है|
चैत्र कृष्णा एकादशी – चारोली का फलाहार करने से जम्बू योनि छूट जाती है|
राजा युधिष्ठिर ने पूछा – हे जनार्दन! मल मास के कृष्णपक्ष की एकादशी का क्या नाम है? उसके व्रत की विधि तथा माहात्म्य विस्तार से वर्णन कीजिये| श्रीकष्ण बोले कि हे राजन्! इस एकादशी का नाम परमा है|
राजा युधिष्ठिर ने प्रश्न किया कि हे जनार्दन! अधिक (मल) मास के शुक्लपक्ष की एकादशी का क्या नाम है और उसकी विधि तथा माहात्म्य क्या है सो आप कृपा करके विस्तारपूर्वक मुझसे कहिये|
ब्रह्माजी बोले – हे मुनि श्रेष्ठ! अब पापों को हरने वाली पुण्य और मुक्ति देने वाली एकादशी का माहात्म्य सुनिये| पृथ्वी पर गंगा की महत्ता और समुद्रों तथा तीर्थों का प्रभाव तभी तक है, जब तक कार्तिक मास की देव प्रबोधिनी एकादशी तिथि नहीं आती|
युधिष्ठिर कहने लगे – हे भगवन्! कार्तिक कृष्णा एकादशी का क्या नाम है और इसकी क्या विधि है? इसके करने से क्या फल प्राप्त होता है, सो आप कृपा करके विस्तारपूर्वक मुझसे कहिये|
युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवन्! आश्विन शुक्ला एकादशी का क्या नाम है? अब आप कृपा करके इसके व्रत की विधि और उसका फल कहिए|
धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि भगवन्! आश्विन कृष्णपक्ष की एकादशी का क्या नाम है, उसकी विधि और फल क्या है? सो कृपा करके कहिए|
युधिष्ठिर कहने लगे – हे भगवन्! भाद्रपद शुक्ला एकादशी का क्या नाम है, इसकी विधि और माहात्म्य क्या है? कृपा करके आप विस्तारपूर्वक कहिए|
कुंतीपुत्र युधिष्ठिर कहने लगे – हे जनार्दन! भाद्रपद कृष्णा एकादशी का क्या नाम है तथा उसकी विधि और माहात्म्य क्या है?
युधिष्ठिर कहने लगे कि हे मधुसूदन! श्रावण शुक्ला एकादशी का क्या नाम है? इसके व्रत करने की विधि तथा इसका माहात्म्य कृपा करके कहिए- श्रीकृष्णजी बोले – हे राजन! इस एकादशी का नाम ‘पुत्रदा’ है|