काले द्वीपों के बादशाह की कहानी (अलिफ लैला) – शिक्षाप्रद कथा
फिर वह युवक बादशाह को अपनी आपबीती सुनाने लगा, “मेरे पिता का नाम महमूद शाह था| वे काले द्वीपों के बादशाह थे| वे काले द्वीप चार विख्यात पर्वत हैं|
फिर वह युवक बादशाह को अपनी आपबीती सुनाने लगा, “मेरे पिता का नाम महमूद शाह था| वे काले द्वीपों के बादशाह थे| वे काले द्वीप चार विख्यात पर्वत हैं|
मछुवारा यह कहानी सुनाकर दैत्य से कहने लगा, “यदि गरीक बादशाह हकीम दूबां की हत्या न करता, तो भगवान उसे ऐसा दंड न देता|
मंत्री गरीक बादशाह को यह किस्सा सुनाकर कहने लगा, “जहांपनाह! आप मेरी बात को इतने हल्के तौर पर न लें और मेरा विश्वास करें|”
प्राचीन काल में एक राजा था| उसके राजकुमार को मृगया का बड़ा शौक था| राजा उसे बहुत चाहता था| वह राजकुमार की किसी भी इच्छा को अस्वीकार नहीं करता था|