12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 54 1 [जनमेजय] धर्मात्मनि महासत्त्वे सत्यसंधे जितात्मनि देवव्रते महाभागे शरतल्पगते ऽचयुते Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
05. उद्योगपर्व Share 0 अध्याय 144 1 [व] ततः सूर्यान निश्चरितां कर्णः शुश्राव भारतीम दुरत्ययां परणयिनीं पितृवद भास्करेरिताम Continue reading POST TAGS: उद्योगपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 84 1 [स] अलम्बुसं तथा युद्धे विचरन्तम अभीतवत हैडिम्बः परययौ तूर्णं विव्याध च शितैः शरैः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
13. अनुशासनपर्व Share 0 अध्याय 53 1 [य] तस्मिन्न अन्तर्हिते विप्रे राजा किम अकरॊत तदा भार्या चास्य महाभागा तन मे बरूहि पितामह Continue reading POST TAGS: अनुशासनपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 245 1 [वै] वने निवसतां तेषां पाण्डवानां महात्मनाम वर्षाण्य एकादशातीयुः कृच्छ्रेण भरतर्षभ Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत
12. शांतिपर्व Share 0 अध्याय 53 1 [वैषम्पायन] ततः परविश्य भवनं परसुप्तॊ मधुसूदनः याममात्रावशेषायां यामिन्यां परत्यबुध्यत Continue reading POST TAGS: महाभारत संस्कृतशांतिपर्व
05. उद्योगपर्व Share 0 अध्याय 145 1 [व] आगम्य हास्तिनपुराद उपप्लव्यम अरिंदमः पाण्डवानां यथावृत्तं केशवः सर्वम उक्तवान Continue reading POST TAGS: उद्योगपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 83 1 [स] दरौपदेयान महेष्वासान सौमदत्तिर महायशाः एकैकं पञ्चभिर विद्ध्वा पुनर विव्याध सप्तभिः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
13. अनुशासनपर्व Share 0 अध्याय 52 1 [य] संशयॊ मे महाप्राज्ञ सुमहान सागरॊपमः तन मे शृणु महाबाहॊ शरुत्वा चाख्यातुम अर्हसि Continue reading POST TAGS: अनुशासनपर्वमहाभारत संस्कृत
03. आरण्यकपर्व Share 0 अध्याय 246 1 [य] वरीहिद्रॊणः परित्यक्तः कथं तेन महात्मना कस्मै दत्तश च भगवन विधिना केन चात्थ मे Continue reading POST TAGS: आरण्यकपर्वमहाभारत संस्कृत