07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 83 1 [स] दरौपदेयान महेष्वासान सौमदत्तिर महायशाः एकैकं पञ्चभिर विद्ध्वा पुनर विव्याध सप्तभिः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 82 1 [स] बृहत कषत्रम अथायान्तं केकयं दृढविक्रमम कषेमधूर्तिर महाराज विव्याधॊरसि मार्गणैः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 81 1 [धृ] अर्जुने सैधवं पराप्ते भारद्वाजेन संवृताः पाञ्चालाः कुरुभिः सार्धं किम अकुर्वत संजय Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 110 1 [धृ] दैवम एव परं मन्ये धिक पौरुषम अनर्थकम यत्राधिरथिर आयस्तॊ नातरत पाण्डवं रणे Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 80 1 [धृ] धवजान बहुविधाकारान भराजमानान अतिश्रिया पार्थानां मामकानां च तान ममाचक्ष्व संजय Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 79 1 [स] तावकास तु समीक्ष्यैव वृष्ण्यन्धककुरूत्तमौ पराग अत्वरञ जिघांसन्तस तथैव विजयः परान Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 78 1 [स] एवम उक्त्वार्जुनं राजा तरिभिर मर्मातिगैः शरैः परत्यविध्यन महावेगैश चतुर्भिश अतुरॊ हयान Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 77 1 [वासु] सुयॊधनम अतिक्रान्तम एनं पश्य धनंजय आपद गतम इमं मन्ये नास्त्य अस्य सदृशॊ रथः Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 76 1 [स] सरंसन्त इव मज्जानस तावकानां भयान नृप तौ दृष्ट्वा समतिक्रान्तौ वासुदेवधनंजयौ Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत
07. द्रोणपर्व Share 0 अध्याय 75 1 [स] सलिले जनिते तस्मिन कौन्तेयेन महात्मना निवारिते दविषत सैन्ये कृते च शरवेश्मनि Continue reading POST TAGS: द्रोणपर्वमहाभारत संस्कृत