श्रावण मास माहात्म्य – विवाह बाधा निवारण प्रयोग
सामग्रीः कात्यायनी यंत्र एवं कात्यायनी माला|
कई जो संतान के विवाह में विलम्ब से दुखी हैं| इस कष्ट के निवारण हेतु पुत्र या पुत्री जिसके विवाह में अड़चनें आ रही हों उसे यह प्रयोग करना चाहिए|
विवाह की कामना रखने वाले साधक (लड़का या लड़की) को बाजोट पर ‘कात्यायनी यंत्र एवं कार्यसिद्धि माला’ को स्थापित करना चाहिए| विधिवत् यंत्र आदि का पूजन कर श्रावण के हर सोमवार को निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए|
मंत्र
हे गौरि शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकरप्रिया|
मां कुरु कल्याणि कान्ताकान्ता सुदुर्लभाम||
लड़के के विवाह के लिए निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए|
मंत्र
पत्नी मनोरमां देहि मनोवृत्यानुसारिणीम|
तारिणी दुर्गसंसारसागरस्य कुलोदभवाम||
पूरे श्रावण मास में इस मंत्र की 108 माला जाप होना आवश्यक है| श्रावण मास के पश्चात् यंत्र को व माला को पूजा स्थान में स्थापित कर दें और विवाह निश्चय होने के बाद इसे जल में प्रवाहित कर दें|