श्रावण मास माहात्म्य – प्रयोग विधि
पहले श्रावणी सोमवार को परिवार का मुखिया साधक या घर का कोई भी सदस्य स्नान कर शुद्ध, स्वच्छ वस्त्र धारण कर किसी पात्र में केसर से ‘ॐ नमः शिवाय’ लिख दे और उस पर भगवान ‘सिद्धेश्वर’ की स्थापना कर दें| सिद्धेश्वर तक विशेष प्रकार का ज्योतिलिंग है, जिसे घर में प्रतिष्ठत करना जीवन की पूर्णता है| विशेष मंत्रों से सिद्ध ऐसे सिद्धेश्वर ज्योतिलिंग को पात्र में स्थापित कर उसकी संक्षिप्त पूजा करें| केसर, गुलाल आदि चढ़ाएं|
इसके बाद हाथ में जल पात्र लेकर उसमें थोड़ा-सा कच्चा दूध मिला लें और स्वयं या पति-पत्नी दोनों धीरे-धीरे उस सिद्धेश्वर शिवलिंग पर ‘ॐ नमः शिवाय’ का उच्चारण करते हुए जल चढ़ाएं| धीरे-धीरे पात्र में इतना जल चढ़ा देना चाहिए कि भगवान् सिद्धेश्वर का शिवलिंग उस जल में डूब जाए, उस पूरे दिन यह ज्योर्तिलिंग जल में डूबा रहे|