श्रावण मास माहात्म्य – कार्य सिद्धि प्रयोग
सामग्रीः शालिग्राम शिवलिंग|
साधक को चाहिए कि वह पश्चिम की तरफ मुंह करके बैठे और सामने शालिग्राम शिवलिंग को स्थापित कर ले| इसके बाद उसके सामने निम्न मंत्र की 11 मालाएं जपे| यह प्रयोग श्रावण महीने में प्रथम मंगलवार से प्रारंभ किया जाता है और 11 दिन का होता है|
प्रयोग करते समय घी का दीपक, अगरबत्ती जलती रहनी चाहिए| साधक को साधना काल में एक समय भोजन करना चाहिए और पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए| इस प्रकार नित्य 11 मालाएं जपें| माला और आसन किसी भी प्रकार के हो सकते हैं| साधना के समय मुंह उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए| निम्न मंत्र का जाप करें|
ॐ नमो वीरायात्यंतबलपरामाय आगच्छ बलि गृहाण गृहाण कार्य साधय कार्य साधय हुं फट|
यदि अनुभूत प्रयोग है| इससे कुछ ही दिनों में साधक की अवश्य ही पूर्ण होने की सम्भावना बनने लगती है|