श्री वरुण देव का मन्त्र व विधि
श्री वरुण देव का मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
ॐ धुवासु त्वासु क्षितिषु क्षियंतोव्य
अस्मत्पाशं वरुणो मुमोचत् अवो
वन्वाना अदिते रूपस्था द्यूयं पात
स्वस्तिभि: सदा नः स्वः ||
श्री वरुण देव का मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
यह मन्त्र एक लाख जपने से सिद्ध होता है और यह मन्त्र वर्षा करने में, ऋण मुक्ति में और घर में सुख शान्ति प्राप्त करने से अत्यन्त सहायक है|