सर्व कार्य सिद्ध करने के लिए मन्त्र व विधि
सर्व कार्य सिद्ध करने के लिए मन्त्र व विधि इस प्रकार है|
स्वयं सिद्ध सब काज|
नाथ मोहि आदरु दियउ||
अस बिचारि जुवराज|
तन पुलकित हरषित हियउ||
वह सोभा समाज सुख|
कहत न बनइ खगेश||
बरनहिं सारद सेष श्रुति|
सो रस जान महेस||
सुनिअ देव सचराचर स्वामी|
प्रनपताल उर अन्तरजामी||
मोर मनोरथ जानहु नीकें|
बसहु सदा उर पुर सबही के||
सर्व कार्य सिद्ध करने के लिए मन्त्र की विधि इस प्रकार है|
इस मन्त्र को 41 दिन तक जप करने से साधक के समस्त कार्य सिद्ध हो जाते हैं|