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पानी के 31 स्वास्थ्य लाभ – 31 Health Benefits of Water

पानी के 31 स्वास्थ्य लाभ - 31 Health Benefits of Water

संसार का प्रत्येक जीव-जंतु और पशु-पक्षी भूखा रह सकता है, पर प्यासा नहीं रह सकता| जल (पानी) के बिना जीवन नहीं है? प्यास केवल पानी से ही बुझ सकती है| पानी के अभाव में संसार की हजार नियामतें भी बेकार हैं| पानी केवल प्यास ही नहीं बुझाता, शरीर के अनेक रोगों को भी दूर करता है|

पानी के 31 औषधीय गुण इस प्रकार हैं:

1. दस्त

दस्त के कारण भी हजारों बच्चे हर साल मर जाते हैं| इसका कारण होता है, शरीर में पानी की कमी का होना| रोग बढ़ जाए तो इलाज मुश्किल हो जाता है| पर शुरू में तो आप घर बैठे स्वयं इसका कारगर इलाज कर सकते हैं| जैसे ही बच्चे को तीन या चार पतले दस्त आएं उसे घर में ही तैयार करके नीचे लिखा घोल देना शुरू कर दें| बच्चा जितनी ज्यादा मात्रा में घोल पिएगा उतनी जल्दी ठीक होगा| उसका सामान्य भोजन भी बिल्कुल बंद न करें| छोटा बच्चा मां का दूध भी पीता रहे| यह नुस्खा कई देशों में सफलतापूर्वक प्रयोग किया जा रहा है|

साफ-पानी – एक लीटर

चीनी – आठ छोटे चम्मच या 40 ग्राम

नमक – एक छोटा चम्मच या 50 ग्राम

यदि पानी बिल्कुल साफ न हो तो उसे उबाल कर ठंडा कर लें| फिर उसमें नमक और चीनी मिला दें| बस घोल तैयार है| छोटे बच्चे को चम्मच से और बड़े बच्चे को गिलास से थोड़ी-थोड़ी देर बाद पिलाएं| दो चार दिन में बच्चा ठीक हो जाएगा|


2. स्फूर्ति

प्रात: मुंह साफ करके ठंडा पानी पीने से स्फूर्ति आती है|


3. थकान

(पांवों की थकान) ज्यादा चलने, ऊंचाई पर चढ़ाई करने आदि से पैरों में थकान आ गई हो तो शाम को गर्म पानी में नमक डालकर थोड़ी देर डुबोए रखें| इससे पांवों की थकान दूर हो जाएगी|


4. जलन

(पेशाब की जलन) धूप, गर्मी, गर्म प्रकृति की चीजें खाने से पेशाब में जलन हो, पेशाब बूंद-बूंद आता हो तो ठंडे पानी या बर्फ के पानी में कपड़ा भिगो कर नाभि से नीचे रखें| पेशाब खुल कर आएगा|


5. अन्य रोग

सर्दी, जुकाम, अनिद्रा, उच्च रक्तचाप, थकावट, बेहोशी एवं दौरे में उष्ण पाद-स्नान लाभ करता है|


6. मोटापा

हमारे शरीर की कोशिकाएं पानी में इस तरह फूलती हैं, जिस तरह पानी में चने या चावल| इन चने या चावलों को सुखा दो| ये पिचक जायेंगे, सूखकर सिकुड़ जायेंगे| इसी तरह मोटेपन में पानी और पानी वाले खाद्य कम लेने से मोटापन घटता है| पतलापन होने पर पानी व पानी युक्त खाद्य अधिक लेने चाहिए|


7. बच्चों का मोटापा बढ़ाना

ताजा जल चार घंटे धूप में रख दें| फिर इससे बच्चों को नित्य एक निश्चित समय पर स्नान कराने से बच्चा मोटा हो जाता है|


8. मोटापा घटना

जिनका शरीर मोटा हो गया है और जो चाहते हैं की उनका शरीर अधिक मोटा न हों, उन्हें सदा गुनगुना पानी अधिक मात्रा में पीना चाहिए| भोजन से पहले एक गिलास गुनगुना पानी पी लिया जाए तो भोजन अधिक नहीं किया जा सकता| इस प्रयोग से दो महीने में चर्बी छंटने लगेगी| सर्वोत्तम उपाय वह है कि तीन गिलास पानी में चुटकी भर नमक डालकर, उबालकर रख लिया जाए और इस पानी का एक गिलास प्रात: भूखे पेट, दूसरा दोपहर और तीसरा रात में सोने से पहले पिएं|


9. अन्य रोग

मोटापा घटाना, गैस, कब्ज, कोलाइटिस, अमोबाइसिस, कृमि, पसली का दर्द, जुकाम, वादी के रोग, गले के रोग, दस्तावर, नया बुखार, संग्रहणी, श्वांस, खांसी, हिचकी, आदि में खाना खाने के बाद एक गिलास गरम पानी (जितना गर्म पिया जा सके) लगातार पीते रहने से उक्त सभी रोग ठीक हो जाते हैं|

प्रात: चाय जैसे गर्म पानी का एक गिलास पीने से सदा के लिए जिकाम, खांसी, नजला, स्वरभेद, छींके, सिर-दर्द, कब्ज, बदहजमी इत्यादि से आदमी मुक्त रहता है| यदि उस गर्म पानी में आधा नींबू का रस निचोड़ दिया जाए, तो समय पर भूख भी अच्छी लगती है और पेट में गैस और सड़न भी नहीं होती| सर्दी के मौसम में प्रात: गर्म पानी पीने से जुकाम, खांसी नहीं होंगे|


10. एड़ियों को मुलायम करना

एड़ियों की त्वचा, विशेषकर स्त्रियों की, शीघ्र ही कठोर, काली एवं शुष्क हो जाती है| सोने से पहले नित्य एड़ियों को गर्म पानी और साबुन से धोकर पोंछकर, रगड़-रगड़ कर, सरसों का तेल लगाएं| इससे एड़ियां सुन्दर एवं मुलायम हो जाएंगी|


11. पैरों में पसीना

यदि पैरों में बेहद पसीना आता हो, तो पहले पैरों को गर्म पानी में रखें, फिर ठंडे पानी में रखें और दोनों पैरों को आपस में रगड़ें| फिर बाहर निकालकर पौंछ लें| एक सप्ताह तक ऐसा करने से बहुत लाभ मिलेगा|


12. शिशु दूध पाचन

दूध पिलाने से 15 मिनट पहले यदि मां एक गिलास पानी पी ले, फिर अपना दूध पिलाए तो इस तरह दूध पिलाने से शिशु को दूध शीघ्र पच जाता है| बच्चों को दस्त आदि नहीं आते|


13. बाल गिरना

तौलिये को गर्म पानी में डुबोकर निचोड़ें, फिर सिर पर दो मिनट रखें| इसके तुरंत बाद दूसरा तौलिया ठंडे जल में भिगोकर, निचोड़कर एक मिनट सिर पर रखें| यह क्रिया 20 मिनट तक नित्य करें| इससे बाल गिरना बन्द हो जाएंगे|


14. जलना

जलते ही तुरन्त, जब तक जलन समाप्त हो, जले हुए अंग को बहुत ठंडे पानी में डुबोये रखें| इससे फफोले नहीं होंगे| इस प्रयोग से शीघ्र आराम मिलता है और शरीर पर जले का निशान भी नहीं पड़ता है| जो अंग पानी में डुबोये नहीं जा सकते, उन पर पानी में कपड़ा भिगोकर रखें| उसे बार-बार पानी में डुबोकर ठंडा करते रहें, चोट लगने पर पानी की पट्टी बांधें|


15. घाव

चोट से घाव होने पर ठंडे पानी से भीगा हुआ कपड़ा बांध दें तथा कपड़े को हमेशा गीला रखें| इससे घाव ठीक हो जाता है| पुराने घाव, सूजन होने पर गर्म-ठंडे जल का सेवन नित्य दो बार करें| निश्चित समयावधि पर कई गिलास पानी पीने से घाव ठीक हो जाते हैं|


16. ज्वर

तेज ज्वर में ठंडे पानी का स्पंज लाभदायक है| तेज ज्वर होने पर ठंडे पानी में तौलिया भिगोकर सिर पर रखें तथा सारे शरीर को गीले कपड़े से पौंछें| पौंछते समय शरीर को हवा न लगने दें, शरीर ढका हुआ रखें|


17. नकसीर

ठंडा पानी सिर पर धार बांधकर डालने से नाक से रक्त गिरना बन्द हो जाता है|


18. कब्ज

जिन्हें कब्ज रहे, उन्हें भोजन के साथ घूंट-घूंट पानी पीते जाना चाहिए| प्रात: उठते ही एक गिलास पानी पिएं|


19. दमा

दमा का दौरा पड़ने पर हाथ और पैर गर्म पानी में डुबोकर 10 मिनट रखें| इससे बहुत आराम मिलता है|


20. दमा-खांसी

रात को गर्म पानी पीकर सोएं| दमा का दौरा पड़ने पर भी गर्म पानी पिलाएं|


21. लू लगना

गर्मी में रुचि के अनुसार बार-बार पानी पीने से लू नहीं लगती|


22. बदहजमी

खाना न पचे, बदहजमी हो जाये तो एक दिन केवल पानी ही पीकर रहें| अन्य कुछ न खाएं|


23. मूर्च्छा/बेहोशी

मूर्च्छा, बेहोशी होने परा चेहरे पर ठंडे पानी के छीटें देने से होश आ जाता है|


24. नशे के दुष्प्रभाव

अत्यधिक मात्रा में पानी पीने से नशा करने के दुष्प्रभाव दूर हो जाते हैं|


25. बिच्छू काटना

बिच्छू काटने पर तत्काल पानी से स्नान करें, दर्द ऊपर नहीं चढ़ेगा|


26. अनिद्रा

नींद न आने पर सोने से पहले पांच से दस मिनट तक गर्म पानी में पिंडलियों तक दोनों पैर डुबोए रखें| इसे उष्ण पाद स्नान कहते हैं| यदि चक्कर आते हुए प्रतीत हों तो सिर पर गीला रुमाल रखना चाहिए|

गर्मी में ठंडे पानी से और सर्दी में गर्म पानी से पैर धोकर सोने से गहरी नींद आती है|


27. विषैले दंश

बिच्छू, बर्र, मधुमक्खी, गिरगिट, चूहा काटने पर काटे हुए स्थान पर देशी घी मलें और फिर नल खोलकर टोंटी के आधे मुंह पर उंगली लगाकर काटे स्थान पर लगातार पिचकारी मारें| इस तरह तेज जलधारा गिरते रहने से विषैले दंश की जलन ठीक हो जाएगी|


28. खुश्की की प्यास

यदि खुश्की की प्यास अधिक हो तो गर्म पानी पीने से ठीक हो जाती है|


29. कान में कीड़ा

कान में कीड़ा घुस जाए तो पानी गर्म करके इस पानी में थोड़ा-सा नमक मिलाकर कान में डालें, फिर कान उल्टा कर दें| कीड़ा मरकर बाहर निकल आएगा|


30. पेट-दर्द

पेट को गर्म पानी की बोतल से सेंकने से सभी प्रकार के पेट-दर्दों में लाभ होता है|


31. दांत-दर्द

पहले दो मिनट गर्म पानी मुंह में रखें, फिर बहुत ठंडा पानी दो मिनट मुंह में रखें| इस प्रकार चार बार करें| गर्म पानी से शुरू करें, ठंडे पानी से समाप्त करें| दर्द मिटने के बाद भी तीन दिन तक यह प्रयोग करें| मसूड़े फूलते हों तो गर्म पानी से कुल्ले करें|

NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।

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