मेहंदी के 13 स्वास्थ्य लाभ – 13 Health Benefits of Mehndi
यह भारतीय नारी के हाथ-पैरों के श्रृंगार के प्रतीक के रूप में ही नहीं, बल्कि शरीर के स्वास्थ्य के रूप में भी विख्यात है| साथ ही यह नारी के सौभाग्य का चिह्न भी है, निरोगता का साधन भी है| इसके पत्ते वमन कारक, कफ निस्सारक, शरीर की दाह को शांत करने वाले एवं कुष्ठ में लाभप्रद हैं| इस के फूल उत्तेजक, हृदय तथा मज्जा-तंतुओं को बलशाली बनाते हैं| बीज मलारोधक, ज्वरनाशक और उन्माद में लाभ पहुंचाने वाले होते हैं| यह शीतवीर्य है|
1. ठंडापन
मेहंदी के प्रयोग से मस्तिष्क ठंडा और शांत रहता है|
2. उच्च रक्तचाप
उच्च रक्तचाप वाले रोगियों को पैरों के तलवों और हथेली पर मेहंदी का लेप समय-समय पर करने से आराम मिलता है| मेहंदी रचाने से शरीर की बढ़ी गर्मी बाहर निकलती है| तन-मन में ठण्डक महसूस होती हैं| गर्मी बाहर को निकलती रहती है| मेहंदी के फूल शरीर की बढ़ी गर्मी को समाप्त करते हैं|
3. एलर्जी
रात को मेहंदी स्वच्छ पानी में भिगो दें, सवेरे निथार कर पानी पिएं| शरीर में शीतलता के साथ रक्त की सफाई भी होगी| एलर्जी वाले रोगियों के लिए यह बड़ी गुणकारी चिकित्सा है| ऐसे पानी का सेवन शरीर से विजातीय द्रव्य बाहर निकलता है| रक्त में शीतलता बनाये रखने के लिए और त्वचा-रोगों से सुरक्षा हेतु मेहंदी का पानी पिएं और मेहंदी का ग्रीषम ऋतु में हर प्रकार से उपयोग करें|
4. बाल काले करना
50 ग्राम मेहंदी, आधा चम्मच कॉफ़ी, 25 ग्राम आंवला, दूध में भिगो कर बालों में लगाएं| एक घंटे बाद पानी से सिर धोएं| यह सप्ताह में दो बार यह क्रिया करें| सफेद खिचड़ी बाल काले सुनहरे हो जाएंगे| मेहंदी और आंवला पिसा हुआ भी बाजार में मिलता है| ये भी काम में ले सकते हैं|
5. पथरी रोग
6 ग्राम मेहंदी के पत्ते 50 ग्राम पानी में उबालें, 15 ग्राम पानी रह जाए तो छानकर गर्म-गर्म यह पानी पिलाएं| यह पांच दिन करें| पथरी निकल जाएगी| गुर्दे के रोग ठीक हो जाएंगे|
6. मिरगी रोग
मिरगी रोग में दो कप दूध में चौथाई कप मेहंदी के पत्तों का रस मिलाकर देने से रोगी को आशा से अधिक लाभ होता है| यह नित्य प्रात: खाना खाने के दो घंटे बाद कुछ सप्ताह तक दें|
7. थकान
रेस करने वाले युवक, क्रिकेट खेलने वाले जवान यदि मेहंदी अपने पैरों के तलवों पर लगाएं तो थकान भी कम होती है और शीतलता भी बनी रहती है|
8. छाले
(मुंह के छाले) 50 ग्राम मेहंदी को दो गिलास पानी में भिगो कर उस पानी से कुल्ले करने से मुंह के छाले मिटते हैं अथवा इसके पत्तों को मुंह में रखकर चबाने से भी मुंह के छाले दूर होते हैं|
9. फोड़े-फुंसी
मेहंदी को उबालकर उसके पानी से धोने से फोड़े-फुंसी में लाभ होता है|
10. मसूड़े के रोग
मसूड़े के ऐसे असाध्य रोग जो दूसरी औषधियों से न मिटते हों, मेहंदी के पत्तों के उबले हुए पानी में कुल्ला करने से मिटते हैं|
11. अलाइयां
गर्मी में पीठ, गले व शरीर की नरम त्वचा पर छोटी-छोटी मरोड़ी होने लगती हैं| मेहंदी के लेप से एकदम उनकी जलन मिटकर लाभ हो जाता है|
12. उंगलियों का गलना
पांव की उंगलियां गलती हों, कटती हों तो सरसों का तेल लगाकर मेहंदी छिड़कें|
पानी में काम करने से यदि उंगलियां गल गई हों तो मेहंदी का एक भाग और इसकी आधी हल्दी दोनों को मिलाकर नित्य दो बार लगाने से लाभ होता है|
हाथ पांव फटने लगें तो मेहंदी लगाइए, लाभ आप स्वयं देखेंगे| यहां तक कि घाव पर भी मेहंदी का लेप लाभ करता है|
शरीर का कोई भाग यदि गलने लगे तो मेहंदी का उपयोग हितकारक है|
13. पैरों की जलन
गर्मी के दिनों में जिन लोगों के पैरों में निरन्तन जलन होती है, उनके पैरों में मेहंदी से लाभ होता है|
NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।
Consult Dr. Veerendra Aryavrat +91-9254092245
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