बेल के 9 स्वास्थ्य लाभ – 9 Health Benefits of Bel
बेल (बिल्व) का पेड़ बड़ा होता है| इसकी पत्तियां तीन दल की होती हैं| उनको बेलपत्र कहते हैं| शिवजी की मूर्ति पर बेलपत्र चढ़ाए जाते हैं| श्रावण के महीने में शैव मतावलम्बी शिवजी की पूजा करते समय बेलपत्रों से ही उनका अभिषेक करते हैं| बेल का पका फल मीठा होता है|
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बेल का गूदा बहुत से कामों में प्रयुक्त होता है| इसका गूदा खाने से हर प्रकार के दस्त रुक जाते हैं| बेल का मुरब्बा, शरबत या शिकंजी लेने से भी दस्तों की समाप्ति हो जाती है| बेल की गिरी भी छोटे-मोटे बहुत से रोगों के लिए उपयोगी है| इसके औषधीय उपयोग इस प्रकार हैं –
बेल के औषधीय 9 गुण इस प्रकार हैं:
1. खून बवासीर
10 ग्राम बेल गिरी, सात कालीमिर्च, 10 ग्राम मिश्री और दो सफेद इलायची के दाने – सबको अच्छी तरह खरल कर लें| फिर इसमें से आधी दवा सुबह और आधी शाम को लेने से खूनी बवासीर चली जाती है|
2. रतौंधी
बेल की पत्तियों का शरबत पीने से रतौंधी का रोग जल्दी ठीक हो जाता है|
3. बहरापन
20 ग्राम बेल का गूदा, 50 ग्राम बकरी का दूध तथा 10 ग्राम गोमूत्र – तीनों चीजों को सरसों के तेल में पका-छानकर कान में डालें| इससे बहरापन दूर हो जाता है|
4. मुंह के छाले
बेल के हरे पत्तों को पानी में उबालकर रोज कुल्ला करने से मुंह के छाले (मुंह आना) दूर हो जाते हैं|
5. शरीर की दुर्गंध
बेलपत्र का रस तिली के तेल में मिलाकर मालिश करें| इससे शरीर की दुर्गंध दूर होती है|
6. दस्त
पके हुए बेल का गूदा खाने या उसे पानी में घोलकर पीने से दस्त रुक जाते हैं| बेल का मुरब्बा या चूर्ण भी दस्तों में अकसीर है|
7. खूनी दस्त
बेल का गूदा, कोसला, जायफल तथा अफीम – सबको पानी में घोलकर मिला लें| फिर पेट पर लेप करें| इससे खूनी दस्त बंद हो जाते हैं|
8. दिल की धड़कन
यदि दिल स्वाभाविक गति से अधिक तेज धड़कता है तो उसे रोग माना जाता है| बेल के पेड़ की थोड़ी-सी छाल को पानी में डालकर अच्छी तरह पकाएं| जब पानी आधा रह जाए तो उसे छानकर पी जाएं| इस काढ़े से दिल की धड़कन स्वाभाविक हो जाती है|
9. गर्भवती की उल्टी
बेल का गूदा तथा धनिया – दोनों का उचित भाग एक कप पानी में डालकर आग पर चढ़ा दें| जब पानी आधा कप रह जाए तो उसमें जरा-सी शक्कर डालकर छान लें| इस काढ़े को पीने से गर्भवती स्त्री की उल्टी बंद हो जाती है|
NOTE: इलाज के किसी भी तरीके से पहले, पाठक को अपने चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता की सलाह लेनी चाहिए।
Consult Dr. Veerendra Aryavrat +91-9254092245
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