म्हांरो अरजी

भजन - मीरा बाई जी - म्हांरो अरजी

तुम सुणो जी म्हांरो अरजी।

भवसागर में बही जात हूं काढ़ो तो थांरी मरजी।

इण संसार सगो नहिं कोई सांचा सगा रघुबरजी॥

मात-पिता और कुटम कबीलो सब मतलब के गरजी।

मीरा की प्रभु अरजी सुण लो चरण लगावो थांरी मरजी॥

 

Spiritual & Religious Store – Buy Online

Click the button below to view and buy over 700,000 exciting ‘Spiritual & Religious’ products

700,000+ Products