सी.एम.एस. गोमती नगर आॅडिटोरियम में विश्व एकता सत्संग ईश्वर से जुडे़ रहने पर आत्मविश्वास आता है
लखनऊ, 9 फरवरी। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर आॅडिटोरियम में आयोजित विश्व एकता सत्संग में बोलते हुए सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका, प्रख्यात शिक्षाविद् एवं बहाई अनुयायी डा. भारती गाँधी ने कहा कि बच्चों की प्रथम गुरू माता होती है क्योंकि वही बच्चों को बोलना, चलना, खाना इत्यादि सिखाती है। दूसरा गुरू शिक्षक होता है तथा पिता मेहनत करके घर को व्यवस्थित रखता है। उन्होंने आगे कहा कि सीएमएस निरन्तर बच्चों को वैश्विक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयासरत है और इसके लिए बच्चे खूब मेहनत भी करते हैं। उन्हें हर काम असाधारण तरीके से करना सिखाया जाता है। ‘विश्व एकता सत्संग’ के द्वारा बच्चों को ईश्वर से जुडे़ रहने की प्रेरणा दी जाती है, इससे छात्रों में आत्म विश्वास आता है। ‘विश्व एकता सत्संग’ में आज सीएमएस के संस्थापक तथा प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी भी उपस्थित थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमारे जीवन का उद्देश्य परमात्मा को जानना तथा उनकी शिक्षाओं पर चलना है।
विश्व एकता सत्संग में आज सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) के छात्रों ने रंगारंग आध्यात्मिक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की सुन्दर प्रस्तुतियों से उपस्थित सत्संग प्रेमियों को भावविभोर कर दिया। स्कूल प्रार्थना से कार्यक्रम की शुरूआत करके छात्रों ने प्रार्थना नृत्य ‘जब सबकी एक है धरती’ एवं ‘नेकी की राहों पर तू चल’ प्रस्तुत किया। नृत्य नाटिका ‘ऐ दिल लाया है बहार खुशी का खुमार’ ने खूब तालियाँ बटोरी। ‘सन्त रविदास’ के जीवन पर आधारित लघु नाटिका के माध्यम से बच्चों ने भाईचारे का संदेश दिया। दादा-दादी के गाने पर नृत्य प्रस्तुत किया तथा ‘वृद्धाश्रम’ पर भावपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तुत किया। बसंत पंचमी पर आधारित कार्यक्रम तथा कव्वाली की प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। इस अवसर पर कई जाने-माने विद्वानों एवं विभिन्न धर्मावलम्बियों ने भी अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किये। अन्त में सत्संग की संयोजिका श्रीमती वंदना गौड़ ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
(हरि ओम शर्मा)
मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ