इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 72 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् पधारेंगे लखनऊ
लखनऊ, 11 अक्टूबर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 20वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 8 से 12 नवम्बर 2019 तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 72 देशों के 260 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् लखनऊ पधार रहे हैं। यह जानकारी आज यहाँ आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सिटी मोन्टेसरी स्कूल के संस्थापक, प्रख्यात शिक्षाविद् एवं अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के संयोजक डा. जगदीश गाँधी ने पत्रकारों को दी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए डा. गाँधी ने बताया कि ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है। लखनऊ की सरजमीं पर विगत 19 वर्षों से लगातार आयोजित किये जा रहे इस ऐतिहासिक सम्मेलन के माध्यम से सिटी मोन्टेसरी स्कूल पूरे विश्व में एकता, शान्ति, न्याय व बच्चों के अधिकारों की अलख जगा रहा है एवं इसी प्रयास को आगे बढ़ाते हुए ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 20वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ आयोजित किया जा रहा है।
प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डा. गाँधी ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पधारने वाली प्रख्यात हस्तियों में माननीय एन्थोनी थाॅमस अकीनास कार्मोना, फिफ्थ प्रेसीडेन्ट, त्रिनिदाद एवं टोबैगो, माननीय श्री स्टीपन मेसिक, पूर्व राष्ट्रपति, क्रोएशिया; माननीय डा. पकालिथा बी. मोसिलिली, पूर्व प्रधानमंत्री, लेसोथो; माननीय प्रो. एरोन मिशैल ओकाये, संसद अध्यक्ष, घाना, माननीय आर्थुर होल्डर एम.पी., स्पीकर, हाउस आॅफ असेम्बली, बारबडोस, माननीय श्री सिओन वूना फाउटूसिया, न्यायमंत्री, टोंगा, माननीय प्रो. सुश्री रेनाटा डेस्कोस्का, न्यायमंत्री, नार्थ मैसीडोनिया, माननीय श्री गिवेन लुबिन्डा, न्यायमंत्री, जाम्बिया, माननीय जुमा खामिस म्वालिम, न्यायमंत्री, तंजानिया, डा. हेक्टर आर्क जैकोनेटा, न्यायमंत्री, बोलीविया, माननीय श्री हारून अली सुलेमान, स्टेट मिनिस्टर आॅफ प्रेसीडेन्ट्स आफिस, तंजानिया, माननीय श्री रूकतना वेसिग्वा, डेप्युटी एटार्नी जनरल, उगांडा, माननीया सुश्री लियोनार मैग्टोलिस ब्रियोन्स, सेक्रेटरी आॅफ एजूकेशन, फिलीपीन्स, माननीय श्री प्रुम साथरा, सेक्रेटरी आॅफ स्टेट, मिनिस्ट्री आॅफ जस्टिस, कम्बोडिया, माननीय कू खेमलिन, डेप्युटी जनरल, मिनिस्ट्री आॅफ जस्टिस, कम्बोडिया, माननीया सुश्री सेलिमा अहमद, संसद सदस्य, बांग्लादेश, माननीय श्री जुआन रमोन लाओ कान, संसद सदस्य, ग्वाटेमाला, माननीय श्री मार्विक खुमालो, संसद सदस्य, हाउस आॅफ असेम्बली, किंगडम आॅफ इश्वातिनी (स्वाजीलैण्ड), माननीय न्यायमूर्ति श्री दलवीर भंडारी, न्यायाधीश, इण्टरनेशनल कोर्ट आॅफ जस्टिस, नीदरलैण्ड, माननीय न्यायमूर्ति श्री एन्टोनी केशिया मिन्दुआ, न्यायाधीश, इण्टरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट, नीदरलैण्ड, माननीय न्यायमूर्ति जाफरी हेण्डरसन, न्यायाधीश, इण्टरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट, नीदरलैण्ड आदि प्रमुख हैं।
इसके अलावा, इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु 72 देशों से 260 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश, कानूनविद् एवं शान्ति संगठनों के प्रतिनिधि लखनऊ पधार रहे हैं। सम्मेलन के प्रतिभागी देशों में अफगानिस्तान, अल्जीरिया, अंगोला, आर्मेनिया, बांग्लादेश, बारबडोस, बेनिन, भूटान, बोलिविया, बोस्निया एण्ड हर्जेगोविना, ब्राजील, बुर्कीना फासो, बुरूण्डी, कैमरून, कम्बोडिया, केप वर्डे, सेन्ट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, क्रोएशिया, कांगो, जिबूती, इक्वाडोर, इजिप्ट, इक्वाटोरियल गुनिया, इरीटिया, इश्वातिनी (स्वाजीलैण्ड), इथयोपिया, फिजी, जर्मनी, घाना, ग्वाटेमाला, गिनिया बिसाऊ, गुयाना, इजराइल, जापान, किर्गिज रिपब्लिक, लेबनान, लेसोथो, लीबिया, मेडागास्कर, मलावी, माॅरीशस, मंगोलिया, मोरक्को, मोजाम्बिक, म्यांमार, नेपाल, नीदरलैण्ड, पेरू, फिलीपीन्स, मैसीडोनिया, सहरावी अरब डेमोक्रेटिक रिपब्लिक, सेनेगल, सर्बिया, स्लोवेनिया, सोमालिया, साउथ अफ्रीका, साउथ कोरिया, साउथ सूडान, सूडान, सूरीनाम, तंजानिया, थाईलैण्ड, टोगो, टोंगा, त्रिनिदाद एण्ड टोबैगो, युगांडा, यूक्रेन, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, जाम्बिया एवं भारत प्रमुख हैं।
इस ऐतिहासिक सम्मेलन की विस्तृत रूपरेखा बताते हुए डा. गाँधी ने कहा कि विभिन्न देशों के न्यायविद्, कानूनविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ 6 नवम्बर को दिल्ली से आगरा के लिए प्रस्थान करेंगे और वहाँ पर ताजमहल समेत अन्य ऐतिहासिक इमारतों का दीदार करेंगे। 7 नवम्बर को प्रातः 10.30 बजे ये सभी नामचीन हस्तियाँ नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि ‘राजघाट’ जाकर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं इसके उपरान्त अपरान्हः 12.30 बजे से नई दिल्ली स्थित कान्स्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन के प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। 8 नवम्बर को विभिन्न देशों के न्यायविद्, कानूनविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ नई दिल्ली से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे एवं प्रातः 10.10 बजे अमौसी एअरपोर्ट पर पधारेंगे, जहाँ इन प्रख्यात हस्तियों का बैण्ड-बाजे की धुन व फूल-मालाओं के साथ लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत-अभिनन्दन किया जायेगा।
डा. गाँधी ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व विशिष्ट अतिथियों के ‘स्वागत समारोह’ से होगा जो कि 8 नवम्बर को सायं 5.30 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड परिसर में बड़ी भव्यता से आयोजित किया जायेगा। इससे पहले, ये सभी न्यायविद् व कानूनविद् अपरान्हः 1.15 बजे पत्रकारों से भी रूबरू होंगे। 9 नवम्बर को प्रातः 9.00 बजे इस ऐतिहासिक सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में होगा एवं इसके उपरान्त 9, 10 व 11 नवम्बर को विभिन्न पैरालल सेशन्स आयोजित किये जायेंगे, जिसमें देश-विदेश की प्रख्यात हस्तियां अपने सारगर्भित विचारों से नई विश्व व्यवस्था का अलख जगायेंगे। इसके अलावा, 9 नवम्बर को प्रातः 8.00 बजे विभिन्न देशों से पधारे न्यायविद्, कानूनविद् व राष्ट्र प्रमुख सी.एम.एस. छात्रों व शिक्षकों के ‘विश्व एकता मार्च’ का नेतृत्व कर ‘विश्व एकता व विश्व शान्ति’ का उद्घोष करेंगे।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य हेतु पिछले 19 वर्षो से लगातार इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन को आयोजित कर रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह महासम्मलेन दुनिया को एकता के सूत्र में पिरोने और विश्व के ढाई अरब बच्चों का भविष्य बचाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा और पूरे विश्व समाज को एक नई दिशा देगा।
(हरि ओम शर्मा)
मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी
सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ