भारत में शिक्षा की समस्यायें और समाधान – डा. जगदीश गांधी
शिक्षा व्यक्ति, समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए आवश्यक है। महान दार्शिनिक प्लेटो ने अपनी पुस्तक रिपब्लिक में आदर्श राज्य की परिकल्पना करते हुए कहा है कि ‘‘राज्य सर्वप्रथम एक शिक्षण संस्थान है।’’ अगर राज्य अपने नागरिकों को श्रेष्ठ और रोजगार-परक शिक्षा देने में असमर्थ है, तो उस राज्य का विनाश निश्चित है। इस प्रकार किसी भी राज्य का मुख्य कार्य सर्वश्रेष्ठ नागरिक तैयार करना है और वह केवल श्रेष्ठ और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से ही संभव है।