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एक बार एक शेरनी बच्चे को जन्म देकर शिकार को चली गयी| पीछे से भेड़ चरानेवाला पाली आ गया| उसने बच्चे को उठा लिया और भेड़ का दूध पिला-पिला कर उसे पाल लिया| अब वह बच्चा बड़ा हो गया|

एक बार का ज़िक्र है, एक स्त्री किसी महापुरुष की सेवा किया करती थी| महात्मा का डेरा नदी के पार था| उसका यह नियम था कि हर रोज़ महात्मा के लिए दूध ले जाना, सत्संग सुनना और वापस आ जाना|

एक बार अकबर बादशाह की अपने वज़ीर बीरबल से बहस हो गयी| बीरबल ने कहा कि आदमी का उस्ताद आदमी है| अकबर बोला कि नहीं, क़ुदरत ने आदमी को इस तरह बनाया है कि जन्म से ही उसमें सब गुण मौजूद होते हैं|

एक राजा सुबह-सवेरे अपने घोड़े पर सवार हो कर गाँव-गाँव में होता हुआ दूर जंगल में चला गया| कई घंटे की सवारी करते-करते वह एक घने जंगल में इतनी दूर चला गया कि अब और आगे जाना सम्भव नहीं था|

रामचन्द्र जी के गुरु वसिष्ठ जी ने एक बार रामचन्द्र जी से कहा कि अगर कोई कहे कि मैंने हिमालय पहाड़ उठा लिया, मैं दो क्षणों के लिए मान लेता हूँ कि शायद कोई ऐसा व्यक्ति हो, जिसने पहाड़ उठा लिया हो|