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एक लड़की विवाह करके ससुराल में आयी| घर में एक तो उसका पति था, एक सास थी और एक दादी सास थी| वहाँ आकर उस लड़की ने देखा कि दादी सास का बड़ा अपमान, तिरस्कार हो रहा है! छोटी सास उसको ठोकर मार देती, गाली दे देती|

लखनऊ, 15 सितम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर आॅडिटोरियम में आयोजित विश्व एकता सत्संग में बोलते हुए बहाई धर्मानुयायी, प्रख्यात शिक्षाविद् व सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. (श्रीमती) भारती गाँधी ने कहा कि इस कलियुग में भक्तिभाव व प्रार्थना की ही महत्ता है और यही मानव के आध्यात्मिक विकास का सर्वसुलभ साधन है।

लखनऊ, 15 सितम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित एक-दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन में जहाँ एक ओर प्रख्यात पत्रकारों व मीडिया प्रमुखों ने अपने सारगर्भित विचारों से सामाजिक जागरूकता की अनूठी मिसाल प्रस्तुत की तो वहीं दूसरी ओर महिलाओं व बालिकाओं पर होने वाले अपराध व हिंसा के विरोध में आवाज उठाने की सी.एम.एस. की प्रतिबद्धता की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

श्री नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितम्बर 1950 में गुजरात के वदनगर, मेहसाणा जिले में हुआ था। आपके पिता का नाम श्री दामोदर दास मूलचंद एवं माता का नाम श्रीमती हीरा बेन हैं।

देश की आजादी के पश्चात 14 सितंबर, 1949 को भारतीय संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिन्दी को अंग्रेजी के साथ राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था।

लखनऊ, 14 सितम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) द्वारा ‘वार्षिक समारोह’ का भव्य आयोजन आज विद्यालय के आॅडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर नाचते-गाते बच्चों की बहुमुखी एवं बाल सुलभ प्रतिभा को देखकर अभिभावक गदगद हो गये।

लखनऊ, 13 सितम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) ने एजुकेशन वल्र्ड इण्डिया स्कूल रैंकिंग-2019-20 में उत्तर प्रदेश का नं.1 एवं लखनऊ का नं. 1 विद्यालय चुने जाने का दोहरा कीर्तिमान बनाया है।

लखनऊ, 11 सितम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की मेधावी छात्रा आरुषी अग्रवाल को उच्चशिक्षा हेतु अमेरिका के 7 प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों द्वारा चयनित किया गया है।

जब-जब मानवता विनाश की ओर बढ़ती चली जाती है, नैतिक मूल्य अपनी पहचान खोते जाते हैं, समाज में पारस्परिक संघर्ष की स्थितियां बनती हैं, समस्याओं से मानव मन कराह उठता है, तब-तब कोई न कोई महापुरुष अपने दिव्य कर्तव्य, मानवतावादी सोच, चिन्मयी पुरुषार्थ और तेजोमय शौर्य से मानव-मानव की चेतना को झंकृत कर जन-जागरण का कार्य करता है। समय-समय पर ऐसे अनेक महापुरुषों ने अपने क्रांत चिंतन के द्वारा समाज का समुचित पथदर्शन किया। महापुरुषों की इसी महिमामंडित शृंखला का एक गौरवपूर्ण नाम है आचार्य विनोबा भावे। वे हमारे लिये एक प्रकाश स्तंभ है, जिनकी जन्म जयन्ती 11 सितम्बर को मनाई जाती है। वे राष्ट्रीयता, नैतिकता एवं अहिंसक जीवन एवं पीड़ितों एवं अभावों में जी रहे लोगों के लिये आशा एवं उम्मीद की एक मीनार थे, रोशनी उनके साथ चलती थी। वे संतों की उत्कृष्ट पराकाष्ठा थे, भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता, विशिष्ट उपदेष्टा, महान विचारक तथा प्रसिद्ध गांधीवादी नेता थे। उनका मूल नाम विनायक नरहरी भावे था। वे भारत में भूदान तथा सर्वोदय आन्दोलन प्रणेता के रूप में सुपरिचित थे। वे भगवद्गीता से प्रेरित जनसरोकार वाले जननेता थे, प्रवचनकार थे, महामनीषी थे, जिनका हर संवाद सन्देश बन गया है। वे कर्मप्रधान व्यक्ति थे इसलिए गीता उनका आदर्श थी। उन्होंने अपने प्रवचनों में गीता का सार बेहद सरल शब्दों में जन-जन तक पहुँचाया ताकि उनका आध्यात्मिक उदय हो सके, अंधेरों में उजाले एवं सत्य की स्थापना हो सके।

लखनऊ, 9 सितम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड कैम्पस की मेधावी छात्रा रमा सिंह ने उच्चशिक्षा हेतु अमेरिका की बेलॅर टेक्सस यूनिवर्सिटी में 21,000 अमेरिकी डालर की स्काॅलरशिप के साथ चयनित होकर विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है।