Home2012November (Page 2)

सरकार के 500 और 1000 रूपये के नोटबंदी के फैसले को लेकर देश भर में बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं। कही रोष है तो कई इस फैसले के साथ नजर आ रहे है। इस बीच इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग ने लोगों को संदेश दिया है ‘‘शहीद हनुमनथप्पा ने 6 दिन, -45 डिग्री सेल्सियस बर्फ के अंदर 35 फीट दबे रहने के बाद भी बचाए जाने की उम्मीद में काट दिए। निश्चित तौर पर हम सभी लोग भी अपने देश को बनाने के लिए कुछ घंटे बैंक की लाइन में लग सकते हैं। बैंक एटीएम के बाहर खड़े लोगों की मदद के लिए बढ़े हाथ भी देश भक्ति के प्रति सम्मान प्रकट करने के सराहनीय आयाम हैं। भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने केंद्र के इस बड़े कदम की जमकर सराहना की। इसे भारतीय राजनीति के इतिहास का सबसे बड़ा कदम बताया। कोहली ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वे तो सोच रहे थे कि पुराने नोटों पर अपने प्रशंसकों को आटोग्राफ देे दें। देश के लिए अपना जीतोड़ तथा सर्वोत्तम खेल प्रदर्शन देने वाले खिलाड़ियों की आवाज हमें अवश्य सुननी चाहिए। 

कुछ बच्चे अपनी जिज्ञासु प्रवृत्ति के कारण कुछ न कुछ पूछते हीं रहते हैं- यह क्या है, ऐसा क्यों होता है, आदि-आदि। अगर इन प्रश्नों का सही उत्तर उन्हें मिल जाये तो उन्हें अधिक सोचने का मौका मिलता है। माता-पिता को ऐसे बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए। इसके विपरीत माता-पिता झिड़की देकर अथवा डांट-डपट कर बच्चों के मनोभावों का दमन करते हैं और बाल चिकित्सकों के अनुसार बच्चे के मन को कुंठित करने का एक तरीका यह भी है कि उसकी स्वाभाविक जिज्ञासा को दबाने के लिए उसे झिड़किया दी जाएं और उसे डराया धमकाया जाए।

यह घटना आजादी के पूर्व की है| मुंशी प्रेमचन्द हिंदी के सर्वश्रेष्ठ कथाकार एवं उपन्यास-लेखक ने जीवन की शुरुआत अध्यापन कार्य से की थी, बाद में वे स्कूलों के इंस्पेक्टर बन गए थे| यह घटना उस समय की है, जब वह एक सामान्य स्कूल में एक सामान्य शिक्षक थे| एक बार इंस्पेक्टर विधालय के निरक्षण के लिए पधारे| प्रेमचन्द जी ने पूरी विनम्रता और कायदे से उन्हें स्कूल दिखलाया|