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किसी पर्वतीय प्रदेश में वानरों का एक समूह निवास करता था| एक वर्ष हेमन्त ऋतु में भयंकर वायु चलने लगी| उसके साथ ही वर्षा आरम्भ हुई और हिमपात भी होने लगा|

1 [वयास] गन्धान रसान नानुरुन्ध्यात सुखं वा; नालंकारांश चाप्नुयात तस्य तस्य
मानं च कीर्तिं च यशश च नेच्छेत; स वै परचारः पश्यतॊ बराह्मणस्य

किसी वन में चतुर्दन्त नाम का एक हाथियों का राजा रहता था। उस वन में एक बार वर्षा नहीं हुई तो फिर कई वर्षों तक सूखा ही पड़ा रहा। उसका परिणाम यह हुआ कि वहां के सभी छोटे-छोटे तालाब और पोखर आदि सूख गए।