लाक्षागृह
जिन दिनों पांडव, कौरव राजकुमारों के साथ हस्तिनापुर में रहते थे, दुर्योधन को उनका वहां रहना तनिक न सुहाता था| पांडवों को देखकर उसका रोम-रोम जल उठता परंतु वह कुछ कर नहीं पाता|
जिन दिनों पांडव, कौरव राजकुमारों के साथ हस्तिनापुर में रहते थे, दुर्योधन को उनका वहां रहना तनिक न सुहाता था| पांडवों को देखकर उसका रोम-रोम जल उठता परंतु वह कुछ कर नहीं पाता|
1 [स]
नकुलं रभसं युद्धे निघ्नन्तं वाहिनीं तव
अभ्ययात सौबलः करुद्धस तिष्ठ तिष्ठेति चाब्रवीत
एक माँ चाहे तो अपना बेटा ऐसा बना सकती है कि बकरी से भी बच्चा डर जाए और ऐसा बहादुर भी बना सकती है कि वह शेर को भी मार दे|
Om! Having bowed down unto Narayana, and unto that most exalted of malebeings, Nara, and unto the goddess Sarasvati also, must the word Jaya beuttered.
किसी गांव में एक ब्राह्मण रहा करता था| वह बड़ा भला आदमी था, लेकिन साथ ही काम को टाला करता था| वह यह मानकर चलता था कि जो कुछ होता है, भाग्य से होता है, वह अपने हाथ-पैर नहीं हिलाता था|
“Yudhishthira said, ‘After doing what acts does a man become liable toperform expiation? And what are those acts which he must do for beingfreed from sin? Tell me this, O grandsire.’
राजकुमार सिद्धार्थ सुंदरी पत्नी यशोधरा, दूध पीते बालक राहुल और कपिलवस्तु का राजपाट त्यागकर तपस्या के लिए चल पड़े|
1 [धृ]
अनीश्वरॊ ऽयं पुरुषॊ भवाभवे; सूत्रप्रॊता दारुमयीव यॊषा
धात्रा हि दिष्टस्य वशे किलायं; तस्माद वद तवं शरवणे घृतॊ ऽहम