गीदड़भबकी
बहुत समय की बात है, एक घने जंगल में शेर और शेरनी का एक जोड़ा रहता था| कुछ दिनों बाद शेरनी को दो बच्चे हुए| बच्चों को पाकर दोनों बहुत खुश हुए|
बहुत समय की बात है, एक घने जंगल में शेर और शेरनी का एक जोड़ा रहता था| कुछ दिनों बाद शेरनी को दो बच्चे हुए| बच्चों को पाकर दोनों बहुत खुश हुए|
“Yudhishthira said, ‘Thou hast, O grandsire, discoursed to me, in detailon the merits that attach to the gift of gold agreeably with theordinances laid down in the scriptures as indicated in the auditions ofthe Veda.
“Bhishma said, ‘After he had quartered there, on third day, O king,Jamadagni’s son of high vows, sent a message to me, saying, ‘I have comehere, do what is agreeable to me.’
“Sanjaya said, ‘That arm (of Bhurisravas) decked with Angada and thesword in its grasp (thus cut off), fell down on the earth to the greatgrief of all living creatures.
Vasudeva continued, Thus addressed, the son of Suta race replied in hasteunto Pradyumna, that foremost of all endued with strength, in these sweetwords, ‘O son of Rukmini, I fear not to guide the horses on the field ofbattle, and I am acquainted also with the customs of the Vrishnis in war!
महाभारत-युद्ध के दिनों में श्रीकृष्ण एवं श्री बलराम के यादव कुल की प्रशंसा इन शब्दों में की थी वे ‘वृद्धों’ की आज्ञा में चलते हैं|
धृतराष्ट्र, पाण्डु और विदुर के लालन पालन का भार भीष्म के ऊपर था। तीनों पुत्र बड़े होने पर विद्या पढ़ने भेजे गये। धृतराष्ट्र बल विद्या में, पाण्डु धनुर्विद्या में तथा विदुर धर्म और नीति में निपुण हुये। युवा होने पर धृतराष्ट्र अन्धे होने के कारण राज्य के उत्तराधिकारी न बन सके। विदुर दासीपुत्र थे इसलिये पाण्डु को ही हस्तिनापुर का राजा घोषित किया गया। भीष्म ने धृतराष्ट्र का विवाह गांधार की राजकुमारी गांधारी से कर दिया। गांधारी को जब ज्ञात हुआ कि उसका पति अन्धा है तो उसने स्वयं अपनी आँखों पर पट्टी बाँध ली।